
ऐसे मे पुल की एक साईड धीरे घीरे धसकती जा रही है। वही प्रशासन द्वारा अभी तक पुल की कोई सुध नही ली है। जहां गंभीर हादसा होने की आशंका है। पुल के धसकने की प्रक्रिया लगभग दो माह से घीरे घीरे घसक रही है जो अब काफी बढ गई है। यह पुल धसकने की प्रक्रिया लगभग 4 माह से हो रही है जिसकी एमपीआरडीसी अधिकारीओ द्वारा खानापूर्ति कर दी जो फिर जर्जर स्थिति मे आ गया।
प्रशासन को मालूम होने के बाबजूद भी नही करायी पुल की मरम्मत
पोहरी मे कई बर्षो पूर्व बना पुल अब जर्जर स्थिति मे आने लगा है जिसका करीब 2 माह पूर्व प्रशासन और संबंधित अधिकारी को सूचित कर दिया गया जिसके बाबजूद पुल के आस-पास पत्थरो से पुल को बंद किया गया जो पिछले 2 दिन पहले घसक गया अब पुल दोबारा जर्जर स्थिति मे आ गया है। ऐसे मे अंधेरे मे कभी भी लोग हादसे का शिकार हो सकते है। जहां एक और बचाव के लिए लगी रैलिंग भी पूरी तरह से उखड गयी है।
जानकारी के अनुसार जब से पुल धसा है तब से कई मबैशी अंधेरे मे पुल का शिकार हो चुके हैं। जिसकी सुध प्रशासन ने अब तक नही है। मामला विभागो के फेर मे अटक जाता है। एसे मे अगर कोई बडी दुर्घटना घटती है तो उसका जि मेदार कौन होगा फिलाहाल अधिकारीओ ने चुप्पी साध ली हैं।
इनका कहना है -
पोहरी मे पुल के क्षतिग्रस्त के बाबजूद भी नही आज तक कोई मर मत नही की गई। अब जब कोई हादसा हो जाएगा तब पुल की मर मत की जाएगी क्या। प्रशासन का कोई रूख नजर नही आ रहा है।
हितेश जैन
निवासी पोहरी
मेरे पास मामला संज्ञान मे आया है,संबंधित अधिकारीओ को सूचित कर पुल की जल्द ही मर मत की जाएगी। पुल का क्षतिग्रस्त होना एक गंभीर समस्या है जल्द ही इसका निराकरण किया जाएगा।
अंकित अष्ठाना
एसडीएम पोहरी
पीडब्ल्यू डी द्वारा कई ब्रिज को दौबारा बनाने का प्रस्ताव है जिस कारण इस पुल की मर मत नही हो पा रही है। अगर पुल ज्यादा क्षतिग्रस्त हो गया तो इसकी मर मत जल्द ही आकर करायी जाएगी।
बी.सी. टैण्डवाल
एमपीआरडीसी इंजीनियर