
अस्पताल की फाईलो से जानकारी आ रही है कि जिला अस्पताल में आरक्षक की मौत के बाद हुए हंगामे के बाद से ही मेडिक़ल विशेषज्ञ डॉ.पी.डी.गुप्ता ने बीआरएस का आवेदन दे दिया है और उनके द्धारा नोटिस दिए जाने का एक माह पूरा होने की वजह से वे अब अस्पताल नही आ रहे है।
कुछ दिन पूर्व मेडिकल विशेषज्ञ डॉ.डीके बंसल एंव डॉ. सीएम गुप्ता ने भी बीआरएस लेने के लिए आवेदन दे दिया है। जिसे पीएस स्वास्थय मप्र शासन को भेज दिया है। अब अस्पताल में मेडिकल विशेषज्ञ डॉ.रत्नेश जैन रह जाऐंगे।
शिवुपरी के जिला अस्पताल में १२०० मरीजो की प्रतिदिन ओपीडी है,इसके अतिरिक्त इमरजेंसी सेवा में अकेले डॉ जैन मेडिकल विशेषज्ञ रह जाऐगें। ऐसे में डॉ. जैन अकेले इन सब सेवाओ को कैसे हैंडल करेगें। इस कारण वे भी अब बीआरएस लेने का मन बना रहे हैं।
जिला अस्पताल में वैसे ही डॉ1टरो की कमी की बीमारी से लड रहा था अब ऐसे में इस अस्पताल में मेडिकल विशेषज्ञ डॉ1टर नही रहेगें तो अस्पताल में कैसे काम चलेगा। इस मामले में प्रभारी मंत्री और स्वास्थय मंत्री रूस्तम सिंह का कहना है कि शिवपुरी में ३ डा1टरो के बीआरएस लेने की जानकारी नही है। वैसे ही प्रदेश में डा1टरो की कमी से जूझ रहा है। फिर जिला अस्पताल है डा1टरो की व्यवस्था तो करनी पड़ेगी।