परिषद की बैठक में हंगामा: सीएओ से एफआईआर पर अड़े पार्षद

शिवपुरी। शिवपुरी नगर पालिका की बैठक में आज जमकर हंगामा हुआ। बैठक में कांग्रेस और भाजपा के पार्षद सीएमओ पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए हंगामा कर दिया। बैठक में पार्षदो ने एक स्वर में कहा कि सीएमओ रणवीर सिंह टैंडर मेनेज करने वाले ठेकेदार पर एफआईआर न कराते हुए उसका बचाव कर रहे है। जबकि जाचं में घोटाला सिद्व हो गया है। जांच अधिकारी ने इस टैंडर मैनेज कांण्ड में दोषियों पर एफआईआर कराने के आदेश सीएमओ को दिए है। 

मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार से पार्षदो ने आक्रामक अंदाज में सवाल पूछा गया कि नगर पालिका के 14 लाख रूपए हड़पने के मामले में नाली मर मत और स्लोप निर्माण के 14 फर्जी कार्र्यो का प्रकरण उजागर हो जाने और एडीएम श्रीमती नीतू माथुर की संबंधितों के खिलाफ एफआर्ईआर दर्ज करने की अनुशंसा और कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव के निर्र्देश के बाद भी एफआर्ईआर दर्ज क्यों नहीं की गर्ई। 

हालांकि सीएमओ और उनके स्टाफ ने यह कहकर बचाव करने का प्रयास किया कि पुलिस एफआर्ईआर दर्ज नहीं कर रही है। इस पर परिषद ने एक राय से निर्णय लिया कि सभी पार्षद बैठक एक घंटे के लिए स्थगित कर सीएमओ के साथ पुलिस कोतवाली जायेंगे और एफआर्ईआर दर्ज करायेंगे। समाचार लिखे जाने तक एफआर्ईआर दर्ज किए जाने की प्रक्रिया जारी थी। 

परिषद की बैठक के 64 सूत्रीय एजेंडे में बिन्दु क्रमांक 1 और 2 में क्रमश: मटका पार्र्क में राजमाता विजयाराजे सिंधिया और स्व. माधवराव सिंधिया की प्रतिमा लगाए जाने पर विचार करना था। इस मुद्दे पर पार्र्षदों ने नपा प्रशासन को वेनकाब कर दिया। 

यह मामला अभी पटाक्षेप की हद तक पहुंचे उसके पूर्र्व ही भाजपा के वरिष्ठ पार्र्षद विक्की भदौैरिया ने नगर पालिका प्रशासन में व्याप्त भ्रष्टाचार का एजेंडे से बाहर का मुद्दा उछाल दिया। उनका कहना था कि 14 लाख रूपए के भ्रष्टाचार का ताना बाना बुना गया और प्रमाणित होने के बाद भी एफआर्ईआर नहीं हुर्ई। 

भाजपा पार्र्षद लालजी आदिवासी का आरोप था कि पार्षदों के खिलाफ महिला कर्मचारियों की रिपोर्ट पर झूठी एफआईआर हो जाती है। भाजपा पार्र्षद अभिषेक शर्र्मा वट्टे चिल्लाए कि कलेक्टर ने माना है भ्रष्टाचार हुआ है। इसके बाद भी एफआर्ईआर क्यों नहीं हुर्ई। नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने इस मुद्दे पर भाजपा पार्र्षदों का साथ दिया और सीएमओ से पूछा कि किसके इशारे पर वह एफआर्ईआर दर्ज कराने से इन्कार कर रहे हैं। 

जवाब में सीएमओ ने सफाई दी कि वह इस संबंध में तीन बार टीआई से मिल चुके हैं लेकिन वह एफआर्ईआर दर्ज नहीं कर रहे तो मैं क्या कर सकता हंू। उनके अनुसार यह एफआईआर का मामला नहीं है। पार्षद अभिषेक शर्मा ने फिर सीएमओ से प्रति प्रश्न किया कि यदि यह एफआर्ईआर का मामला नहीं है तो फिर निर्दोष लिपिक रोहित खैमरिया को क्या सस्पेंड़ किया गया। 

नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा ने कहा कि रोहित निर्दोष है और उसका कहना है कि उसके पास फाईल आवक जावक कराने के लिए ठेकेदार आया था। जब उसने बिना फाईल के आवक जावक करने से मना किया तो उसकी बात नपा के किसी प्रभावशाली व्यक्ति से करार्ई गर्ई और ओरिजनल फाईल भी दिखाई गई, लेकिन सवाल यह है कि वह ओरिजनल फाईल कहां है। 

फाईल गायब हुई तो संबंधितों के खिलाफ कार्र्रवाई क्यों नहीं हुई। पार्षद मनीष गर्ग मंजू ने कहा कि जब सभी एफआर्ईआर कराने के लिए सहमत हैं तो आज ही सीएमओ के साथ पार्षद कोतवाली एफआईआर दर्ज करायें और इसके लिए बैठक एक घंटे के लिए स्थगित की जाए। इस पर सभी ने सहमति व्यक्त की और सीएमओ तथा पार्षदों ने एफआईआर कराने के लिए थाने की ओर कूच कर दिया। 

खबर आ रही है कि टीआई कोतवाली ने सिर्फ आवेदन पर एफआईआर करने से मना कर दिया कहा कि फाईल की मूल प्रति लाईए जब एफआईआर होगी। बताया जा रहा है कि नपा के अधिकारियों ने अपने वकीलो से मिलकर फिर आवेदन तैयार किया है जिससे ठेकेदार पर एफआईआर हो सकती है।