रेलवे की जमींन पर अतिक्रमण: सांसद सिंधिया से मिलने पर भी नहीं मिली राहत

शिवपुरी। कस्टमगेट क्षेत्र में  रेलवे की जमीन पर वर्र्षो से स्टॉल जमाए स्टाल धारकों को राहत मिलने की उ मीद नजर नहीं आ रही। हालांकि नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह उनके पक्ष में खड़े हुए दिख रहे हैं और उन्होंने सीमांकन का मामला उछालकर स्टॉल धारकों को राहत देने का प्रयास किया है, लेकिन बात बनी नहीं। 

वहीं कब्जा धारक सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलने राहत पाने के लिए गुना गए। हालांकि श्री सिंधिया ने उन्हें आश्वासन तो दिया, लेकिन रेलवे अवैध कब्जा हटाने पर दृढ़ हैं। रेलवे की जमीन पर बाउन्ड्री बाल बनाने वाले ठेकेदार द्वारा फिलहाल काम बंद करने से कब्जे धारकों को फोरी रियायत तो मिली है, लेकिन सूत्र बताते हैं कि अब मंगलवार से कब्जे हटाए जायेंगे। 

विदित हो कि कस्टमगेट क्षेत्र में 40-50 वर्र्षो से रेलवे की खाली पड़ी जमीन पर स्टॉल जमा कर कब्जे धारी व्यापार कर रहे हैं। लगभग 70 स्टाल धारक यहां कब्जा जमाकर विभिन्न प्रकार के रोजगार में व्यस्त हैं। समय-समय पर इन्हें हटाने की मांग उठती है, लेकिन किसी न किसी कारण से यह मुहिम टलती रही है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से रेलवे ने अपनी जमीन पर बाउन्ड्री करना शुरू कर दी है। 

वहीं कब्जा धारकों को कब्जा हटाने के लिए 24 घंटे का नोटिस दिया था। जिसकी समयावधि काफी समय पूर्व पूर्र्ण हो चुकी है, लेकिन अब उस स्थान पर बाउण्ड्रीबाल का कार्र्य शुरू होने वाला है जहां स्टॉल जमे हैं। इससे आशंकित होकर कब्जा धारकों ने नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को अपने पक्ष में किया। 

श्री कुशवाह ने कब्जा धारकों के साथ कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव से भेंट कर उनसे मांग की कि जब तक रेलवे और नगर पालिका की जमीन का सीमांकन न हो जाए तब तक कब्जा धारकों की वेदखली रोकी जाए। लेकिन कलेक्टर ने उन्हें कोई स्पष्ट आश्वासन नहीं दिया।

इसके बाद कब्जे धारक गुना जाकर सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिले और उनसे बेदखली रोकने की मांग की। श्री सिंधिया ने उनसे कहा कि वह इस संबंध में चर्चा करेंगे, लेकिन बात बनी नहीं। 

परन्तु बाउण्ड्रीबाल बनाने वाले ठेकेदार ने अवश्य कब्जा धारकों को 3-4 दिन की रियायत दे दी। बताया जाता है कि ठेकेदार ने अभी काम रोका है और उससे जुड़े सूत्रों का कथन है कि संभवत मंगलवार से बाउन्ड्री बनाने का काम पुन: शुरू होगा और इसके साथ ही वहां से कब्जे भी हटाए जायेंगे। 

इनका कहना है
यह स्पष्ट नहीं है कि रेलवे की जमीन की हद कहां तक है और कहां से नगर पालिका की जमीन शुरू होती है। इसलिए मेरी मांग है कि पहले प्रशासन रेलवे और नगर पालिका की जमीन का सीमांकान करायें तब तक कब्जा धारकों की वेदखली रोकी जाए। इस संबंध में मैं कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव से भी मिला था और उन्होंने सीमांकन का आश्वासन दिया था। 
मुन्नालाल कुशवाह 
नपाध्यक्ष शिवपुरी