
प्राप्त जानकारी के अनुसार 32 वर्षीय युवक शांतिलाल (बदला हुआ नाम) डंडा बैंक का संचालक है। आमदनी अच्छी खासी है लेकिन साख न होने के कारण उसका विवाह नहीं हो पा रहा था। शादी करने के लिए उक्त युवक ने इंदौर के एक दलाल से संपर्क किया जिसने 75 हजार रूपए में शांतिलाल के लिए दूल्हन तलाशी और एवज में पांच हजार रूपए दलाली भी बसूली।
बताया जाता है कि इसके बाद शांतिलाल अपनी होने वाली बहू को शिवपुरी ले कर आया जहां उसने विवाह के लिए एक सामाजिक और आध्यात्मिक संस्था से संपर्क साधा, लेकिन युवती की आईडी न होने पर उक्त संस्था ने शादी कराने से इन्कार कर दिया। इसके बाद उक्त युवक उसे लेकर बताया जाता है कि ओरछा गया जहां उन दोनों का विवाह संपन्न हो गया।
शादी के बाद नवविवाहित वर अपनी वधु को लेकर अपने घर शिवपुरी आया और दो दिन दोनों पति-पत्नि की तरह एक साथ रहे लेकिन विगत दिवस उक्त वधु अपने कथित पति के घर से डेढ़ लाख रूपए नगदी और इतनी राशि के सोने एवं चांदी के आभूषण लेकर फरार हो गई। सुबह जब शांतिलाल उठा तो उसे अपने ठगे जाने का पता चला।
बताया जा रहा है कि उक्त घटना के बाद दूल्हे राजा पुलिस के पास भी नही जा रहे है। आखिर वह अपनी दूल्हनियां को दहेज देकर मतलब खरीद कर लाए थे। बताया जा रहा है कि दूल्हे राजा अब उस दलाल को इंदौर में खोजने का प्रयास कर रहे है।