
उक्त आयोजन में कॉलेज के विधि विभाग के छात्र.छात्राओं ने भी अपने विचार व्यक्त कियेण् विधि प्रथम वर्ष के छात्र अतुल अग्रवाल ने कहा कि भारत का संविधान केवल निर्जीव काले सफेद अक्षरों का समूह ही नहीं है बल्कि एक जीवित सामाजिक दस्तावेज है। आदित्य राज पाण्डेय ने संविधान के निर्माण की ऐतिहासिक प्रक्रिया को रेखांकित किया।
विधि प्रथम वर्ष की छात्रा किश्वर बानो ने संविधान में कार्यपालिका और विधायिका के विरुद्ध गारंटी किये गए मूल अधिकारों जो कि महत्वपूर्ण मानव अधिकार हैं उन पर अपने भाषण में प्रकाश डाला आकांक्षा जाधव ने विधि के शासन की अवधारणा को अपने भाषण में रेखांकित किया।
शुभांगी धाकड़ ने मूल कर्तव्यों के बारे में बताते हुए देश और समाज को अधिकारों से हटकर कर्तव्यों के प्रभुत्व की दिशा में ले जाने की बात कहीं संविधान दिवस पर आयोजित उक्त कार्यक्रम में प्रो. मधुलता जैन, दिग्विजय सिंह सिकरवार, संजय चौधरी प्रमुख रूप से उपस्थित थे।