
इस कार्यक्रम में 20 गांव से 85 आदिवासी महिलाओ ने भाग लिया। सोल परियोजना के समन्वयक सचिन कुमार वर्मा द्वारा उपस्थित महिलाओं को बाल अधिकार क्या है तथा इनकी उपयोगिता समाज एंव राष्ट्रहित में कितनी मह वपूर्ण है बाल अधिकारों को सुनिश्चत किये बिना हम एक स्वस्थ एंव सशक्त समाज एंव राष्ट की कल्पना भी नहीं कर सकते।
बच्चों की मूलभूत आवश्यक्तायें ही बाल अधिकार ही कहलाती है। साथ ही शिवपुरी ट्रायबल डवलपमेंट परियोजना के समन्वयक लोरेन्स कुल्ल द्वारा अनाथ एव जरुरतमंद बच्चो को अपनी शिक्षा निरंतर बनाये रखने के लीये परवरिश योजना के लाभ को विस्तार से बताया गया एंव आय वर्धक कार्यो के बारे में जानकारी प्रदान की।
इसके बाद संस्था की ओर से दयालू एंव पुरूषोत्तम द्वारा विधवा पेंशन, निशक्त पेंशन, वद्वा पेंशन पूर्ण जानकारी प्रदान की गई । इस कार्यशला में ग्रामीण महिलाओं ने बढ चढ कर हिस्सा लिया एंव गांव में आ रही परेशानियों के बारे में चर्चा की एंव परेशानियों के समाधान हेतू एक जुट होने की शपथ ली। इस कार्यशाला में ग्वालियर कैथोलिक सेवा समाज संस्था की ओर से पूर्ण स्टाफ - सचिन वर्मा, लोरेन्स कुल्लू, रामधेन यादव, सिरनाम, इमरतलाल, राकेश, दीपक,शेरसिंह, मानसिंह, शामिल हुये।