
जो सर्व शिक्षा अभियान के विपरीत साबित हो रहा है। एक ओर कुछ शासकीय शिक्षक बच्चो का भविष्य खिलबाड़ करते हुए मनमाने ढंग से स्कूल का संचालन कर रहे है। यह एक गंभीर मामला है। जहां सरकार बच्चों के भविष्य के लिए चिंतित है लेकिन अफसर इस पर कोई स ती नही बरत रहे बार बार आ रही शिकायतो के बाद भी ऐसे शिक्ष़्ाको को कई हिदायते देने के बाद भी शिक्षको पर कोई कार्यवाही नही की जा रही है। जिससे मनमानी थमने का नाम नही ले रही ऐसे शिक्षको के सामने प्रशासन नत्मस्तक दिखाई दे रहा है।
पहले भी बंद होने के चलते चर्चाओ में आ चुका है शासकीय स्कूल
19 अगस्त को शिवपुरी समाचार की टीम ने कोलारस विकासखंड के भड़ौता ग्राम पंचायत के ग्राम कुश्मीरा में शा. उन्नयित प्रा.वि. कुश्मीरा में बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का मामला सामने आया था जिसमें शिवपुरी समाचार टीम द्वारा स्कूल पर पहुंचकर देखा तो करीब 12 बजे स्कूल में ताले लटकते मिले थे और बच्चे बाहर खेल रहे थे।
जिसकी जानकारी हमारे समाचार प्रतिनिधी ने कोलारस बीआरसी जीएस गोलिया को दी थी और उनहोने मामले को संज्ञान में लेते हुए जांच कर कार्यवही करने का आश्वासन भी दिया था लेकिन मामले को एक माह से ज्यादा बीतने के बाद भी बीआरसी द्वारा कोई कार्यवाही नही की गई।
बच्चों और ग्राम वासियो ने हमारे प्रतिनिधी से बात करते हुए बताया था इस स्कूल के प्रभारी प्रार्चाय देवी सिंह लोधी हफते में एक या दो बार स्कूल आते है। और आते भी है तो समय से कभी स्कूल नही पहुंचते वहीं इस स्कूल में पदस्त मैडम राजेश्वरी धाकड़ तो सिर्फ 15 अगस्त, 26 जनवरी और पेपर के समय ही स्कूल आती है। घर बैठे ही हाजरी लगाकर अधिकारियो से सांठ गांठ करके सरकारी राशी का आहरण कर लिया जाता है। इस स्कूल के विधार्थी वक्त पर स्कूल आ जाते है पर स्कूल के बंद होने पर दो घंटे तक बहार खडे होकर ये विधार्थी षिक्षको के आने का इंतजार करते है।
इनका कहना है-
आपके द्वारा मामला संज्ञान में लाया गया है। मामले की जांच कर कड़ी से कड़ी कार्यवाही की जाएगी। फिलहाल षिक्षको के वेतन रोकने को कह दिया है। आगे जो जांच में आएगा उसके हिसाब से कार्यवाही की जाएगी।
शिरूमणी दुबे
डीपीसी शिवपुरी