
जानकारी के अनुसार पोहरी मोहना सडक का निर्माण कर रहीं कंपनी ने मेहरा एवं नोन्हेटाखुर्द के गरीब आदिवासियों की खेती की जमीन को मोरम निकालने के लिए खोद डाला, मेहरा गांव की भूमि सर्वे क्र.51.3 रकबा .80 हेक्ट सर्वे क्र 51.2 रकवा .72 हेक्ट सर्वे क्र 94.1 रकबा 40 हेक्ट एवं ग्राम नोन्हेटा खुर्द की भूमि सर्वे क्र171.2 रकबा .60 हेक्ट पर जबरन आदिवासियों को डरा धमकाकर उनकी खेती की जमीन को खोद डाला।
उक्त भूमि पर अब गहरे-गहरे गड्डे हो गये हैं ऐसी स्थिति में आदिवासियों की भूमि अब खेती योग्य नहीं रह गई आदिवासियों का कहना है कि अब उनके पास खेती की कोई जमीन भी नहीं है अत: उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गयाए ठेकेदार की दंबंगई के संबंध में भटनावर चौकी में भी आदिवासियों द्वारा शिकायत की गई परंतु कोई सुनवाई नहीं होने से सहरिया क्रांति के संयोजक संजय बेचैन एवं संतोष शर्मा पोहरी के साथ मिलकर आदिवासियों ने पोहरी अनुविभागीय अधिकारी अंकित अष्ठाना को की है जिसके बाद एसडीएम पोहरी ने आवेदन पर ठोस कार्यवही करने का आश्वासन दिया है।