नये नोटो की चाहत: एटीएम खुलने के बाद भी बैंकों में नहीं हुई भीड़ कम

शिवपुरी। कल से बैंकों और पोस्टऑफिस में नोट बदलने और जमा होने का सिलसिला शुरू हो गया था, लेकिन एटीएम बंद थे परन्तु आज एटीएम में कारोबार शुरू होने के बाद भी कल की अपेक्षा बैंकों और पोस्टऑफिस में डेढ गुनी से अधिक भीड़ नजर आई। भीड़ में अधिकतर वे लोग थे जो रोज कुंआ खोद कर रोज पानी पीते हैं। 

बैंकों और पोस्टऑफिस में नगद राशि की जमा के साथ-साथ 1000 और 500 रूपए के कुल 4000 रूपए के नोट भी बदले जा रहे हैं, लेकिन नोट बदलने वालों की सं या जमा करने वालों से काफी अधिक है। 

हालाकि कल पहले दिन लगभग 100 करोड़ रूपया बैंकों में जमा हुआ वहीं वहीं 15 से 20 हजार लोगों ने अपने 4000-4000 रूपए तक की राशि के नोट बदले। पिछले दो दिनों से एटीएम बंद होने के कारण कल बैंकों में नोट बदलने और जमा करने के लिए लोगों को काफी परेशानियां उठाना पड़ी लेकिन आज बैंकों के साथ-साथ एटीएमों को खोल दिया है। जिस कारण एटीएमों पर भी ल बी-ल बी कतारें देखने को मिली। जिस कारण पुलिस को काफी मसक्कत करना पड़ी। 

जानकारी के अनुसार आज सुबह 7 बजे से ही भारतीय स्टेट बैंक की गुरूद्वारा रोड़, महल कॉलोनी, झांसी तिराहा, न्यूब्लॉक, कोतवाली रोड़ शाखा सहित बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बडौदा, सेन्ट्रल बैंक, एक्सिस बैंक, एचडीएफसी बैंक, ईको बैंक, आईसीआईसीआई, यूनियन बैंक, केनरा बैंक, ऑरियन्टल बैंक, देना बैंक, विजया बैंक सहित डाकघर की मु य शाखा सहित ब्रांचों में उपभोक्ताओं की काफी भीड़ लगी रही। 

इनके हाथ में नोट बदलने वाला फार्म आधार कार्ड और 500 और 1000 के नोट देखे गए। यह भीड़ उन लोगों की थी। जो प्रतिदिन अपनी दैनिक आवश्कताओं की पूर्ति के लिए मेहनत मजदूरी करते हैं। नोट बंद होने से उनके समक्ष परेशानी खड़ी हो गर्ई जो अपना काम धंधा बंद कर नोट बदलने के लिए घंटों लाईन में लगे रहकर नोट बदल रहे हैं। 

भारी भीड़ के कारण यातायात हुआ अवरूद्ध
बैंकों के आगे भीड़ और वाहनों को खड़ा करने के कारण यातायात भी अवरूद्ध हो गया। जिससे जाम जैसे हालात निर्मित हो गए। यातायात अवरूद्ध होने के कारण सर्र्वाधिक परेशानी एबी रोड़ पर महसूस की जा रही है। एबी रोड़ पर भारतीय स्टेट बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बडौदा, आर्ईसीआईसीआई बैंक, आर्ईडीबीआर्ई बैंक, एक्सिस बैंक, पंजाब एण्ड सिंध बैंक, पंजाब नेशनल बैंक स्थित है। इन बैंकों के बाहर सडक़ों पर बड़ी सं या में वाहनों का जमावड़ा लग  रहा है। जहां से गुजरने वाले लोगों को भारी संकट का सामना करना पड़ रहा है। 

लाईन के लोगो ने सुनाई अपनी कहानी
गुरूद्वारा रोड़ पर स्थित भारतीय स्टेट बैंक की शाखा पर लाईन लगाकर खड़े रामसिंह प्रजापति का कहना है कि उन्हों ने अपनी पुत्री के विवाह के लिए रूपए उधार लिए थे और वहीं कुछ रूपए उन्होंने अपनी मेहनत से जोडक़र रखा था, लेकिन 1000 और 500 के नोट बंद हो जाने से उनके समक्ष संकट खड़ा हो गया है। विवाह की तारीख भी नजदीक आ रही है और उनके पास सामान खरीदने तक को भी खुल्ले रूपए नहीं है आज सुबह से वह 4000 रूपए बदलने के लिए लार्ईन में खड़े हैं, लेकिन दोपहर तक भी उनका न बर नहीं आया है।

हाथ ठेला चलाकर अपना जीवन यापन करने वाले गोविन्द कुशवाह का कहना है कि वह प्रतिदिन 200-300 रूपए कमाता है, लेकिन नोट बंद होने की सूचना मिलने के बाद उसने कल से कोई भाड़ा नहीं लिया। क्योंकि व्यापारी उन्हें खुल्ले रूपए न देकर 500 और 1000 का नोट दे रहे हैं। ऐसी स्थिति में उसके समक्ष काफी संकट खड़ा हो गया है। घर का राशन भी खत्म हो गया है। 

उसने अपनी पत्नि के पास रखे 500 रूपए लिए लेकिन उसे दुकानदार ने राशन नहीं दिया और वह सुबह से अपने 500 के नोट के खुल्ले रूपए लेने के लिए कतार में लगा है।  

जिला सहकारी और नागरिक बैंक के खाताधारक परेशान,  नहीं मिल रहा पैसा
इस समय जिला सहकारी और नागरिक बैंक के खाताधारक परेशान हो रहे हैँ। इन जिला सहकारी और नागरिक बैंक में नगदी न होने के कारण इन बैंकों के खाता  धारकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वहीं बैंक जिनमें इन जिला सहकारी और नागरिक बैंक के खाते हैं वहां से इन बैंकों को नगदी नहीं मिली है। इसके चलते यह बैंक अपने खाता धारकों को पैसा नहीं दे पा रहे हैं। जिस कारण यह समस्या उत्पन्न हो रही है। ऐसी स्थिति में उपभोक्ता बैंक प्रबंधन को कोस रहे हैं।

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