
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत सिंगदौआ की दलित महिला ममता पत्नि किशोरीलाल जाटव की गांव में ही स्थित शासकीय जमीन का पट्टा कर ममता के नाम इन्द्राज कर दिया था, लेकिन उस जमीन पर कब्जा गांव के ही सरपंच सुनील शर्र्मा व उसके परिजन किए हुए थे। जब महिला ने इस पट्टे की जमीन पर अपना हक जताया तो सुनील व उसके साथ रामकृष्ण, प्रदीप, देवेन्द्र, नीरू, धानू, दीपक, तेजराम, एक राय होकर उसकी मारपीट करते हुए उसे दुत्कार कर भगा दिया।