
विदित हो कि उक्त एडवोकेट शैला अग्रवाल और उसके पिता पर उसी के घर में संचालित अनाथ आश्रम की बालिकाओं ने यौन उत्प्रीरण के आरोप लगाये थे। जिसके चलते पुलिस ने तमाम धाराओं में आरोपी पिता-पुत्री पर बलात्कार सहित विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आरोपी पिता और पुत्री को जेल भेज दिया था।
जेलर ने बताया है कि जेल में कोई भी कैदी कोई भी ज्ञानवर्धक पुस्तक मांगता है तो उसे देनी होती है। जिसके चलते एडवोकेट शैला अग्रवाल ने पोस्को एक्ट की किताब मांगी है जो दी गई है।
एडवोकेट शैला अग्रवाल बैसे महिलाओं से जुडे केश ही लडती है। जिससे उन्हे तमाम धाराओं की जानकारी है। उसके बाद एडवोकेट शैला अग्रवाल पर पोस्को एक्ट भी लगा है। यह इस पोस्को एक्ट को पढकर अपने आप को बचाने की तैयारी कर रही है।