
रात भर निकले ताजियों के दौरान बड़ी सं या में मुस्लिम समाज सहित हिन्दु समाज के लोग भी ताजिया देखने के लिए उमड़ पड़े। इस दौरान अखाड़े भी ताजियों के साथ चल रहे थे जहां युवक हैरत अंगेज कारनामे दिखा रहे थे।
पैगम्बर हजरत मोहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन की शहादत की याद में बुधवार को ताजियों का मातमी जुलूस निकाला गया। इस दौरान पुलिस व्यवस्था भी चाकचौबंद दिखी। जगह-जगह पुलिसकर्मी मुस्तैद नजर आ रहे थे।
प्रतिवर्ष की तरह इस वर्ष भी ताजियों का निर्माण कई स्थानों पर किया गया। रात्रि करीब 11 बजे से ताजियां निकलने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज सुबह तक चला। शहर के माधव चौक चौराहे पर रात्रि में मातमी धुनों के साथ ताजिए एकत्रित हुए जहां युवकों ने करतब दिखाते हुए हैरत अंगेज प्रस्तुतियां दी।
जिन्हें देखने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। ताजियों के दौरान शहर भर में अनेकों स्थानों पर शहर वासियों ने आने वाले दर्शकों का पेय पदार्थ और खाद्य सामग्री वितरित कर स्वागत किया। आज सुबह ताजिया करबला पहुंचे जहां गमगीन माहौल में ताजियों को करबला में विसर्जित किया गया।