
जानकारी के अनुसार लुकबासा कस्बे में पीने के पानी की आपूर्ति के लिये दो एक-एक लाख लीटर की पानी की टंकीयो का निर्माण तत्कालीन विधायक देवेन्द्र जैन के प्रयासों से कराया गया था। उसके बाद से प्रशासन इन पानी की टंकीयों पर महज फोटो खिंचाकर भूल गये। लुकवासा में मूतीया कुऑ के पास एक पानी की टंकी बनी हुई है। जिससे लुकवासा के घरों में पानी की स्पलाई की जाती है।
यह पानी की टंकी चारो तरफ से तो बंद है लेकिन ऊपर से यह खुली हुई है। जिसके चलते इस टंकी में काफी दिनों से सफाई न होने के कारण कीड़े-मकौड़े, पक्षी और कूडा-कचरा इक्कटा हो गया है। जिससे यह पानी पूरी तरह से दूषित हो गया है। यह पानी लोगों के घरों तक पहुॅचता है तो बहुत बुरी बदबूदार पानी का उपयोग यहॉ के लोग कर रहे है। जिसके चलते यहॉ उल्टी-दस्त,मलेरिया यहॉ तक की ड़ेगू जैसी घातक बीमारीयों का शिकार हो रहे है।
एक तरफ तो स्वच्छ भारत अभियान के नाम पर करोड़ो रूपये कर्मचारी और अधिकारी ऐठ रहे है। वही इस टंकी को साफ नही करा पा रहे है। इससे आधा लुकवासा कस्बे इस दूषित पानी पीने को मजबूर है।
इनका कहना है
हमने इसकी सूचना पीएचई को दे दी है। उन्होने इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया है। इस कारण लोग इस जहर को पीने को मजूबर है।
रीना जाटव
सरपंच लुकवासा