
अब तक शहर में बंदर के काटने के 50 से अधिक मामले सामने आ चुके है। किंतु उक्त वन्य प्राणी को वन विभाग उसके प्राकृतिक आवास की ओर ले जाने की जहमत नही उठा रहा है। अनेक बार व्यक्तिगत स पर्क करने पर एक आउटडेटेड पिंजरा रखवाकर वन विभाग अपने कत्र्तव्य की औपचारिकता कर अपने दायित्व से बच रहा है।
उल्लेखनीय है कि रेडियेण्ट कॉलेज के संचालक शाहिद खान के बेटे शान अहमद खान उम्र 11 वर्ष पर 22 जून 2016 को घर के पोर्च में बंदर ने हमला कर दिया था। जिससे शान अहमद बुरी तरह घायल हो गया था उसे गाल पर सात टांके लगाए गए थे जिसका इलाज जिला चिकित्सालय , प्रायवेट डॉक्टर एवं वर्तमान में त्वचा रोग विशेषज्ञ ग्वालियर में हो रहा है। वर्तमान में भी वह बंदर लगातार उनके घर पर आ रहा है।
हालात ये है कि पूरा का पूरा परिवार बंदर के आंतक से अपने ही घर में नजरबंद होकर रह गया है और बंदर बेखौफ विचरण कर बच्चों को कैद में रहने को मजबूर कर रहा है। यदि समय रहते कोई कार्यवाही नहीं की गई तो भविष्य में कोई बडी घटना घटित हो सकती है।