
बीते रोज बुराई पर अच्छाई की जीत का पर्व विजयदशमी शहर सहित अंचल भर में बड़े धूमधाम और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर के प्रमुख तीन स्थानों पर परंपरागत तरीके से रावण का दहन किया गया। सर्व प्रथम पंजाबी परिषद द्वारा सिद्धेश्वर मेला ग्राउण्ड में 55 फिट ऊंचे रावण के पुतले का दहन हुआ जहां रावण के साथ-साथ कुंभकरण और मेघनाथ के पुतले भी बनाए गए थे।
इसके पश्चात कालीमाता मंदिर प्रांगण में नरसिंह दरबार उत्सव समिति द्वारा 40 फिट ऊंचे रावण दहन किया गया। अंत में भगवान सहस्त्रबाहु अर्जुन चौराहे पर आंतकवाद के पुतले का दहन किया जो आमजन के आकषर्ण का केन्द्र बना। जिसे समिति के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार शिवहरे ने पूजा अर्चना के पश्चात अग्निबाण चलाकर दहन किया।
रावण दहन से पूर्व रंगारंग आतिशबाजी का कार्यक्रम भी किया गया जिसे देखने के लिए हजारों की संख्या में भीड़ मौजूद रही। रावण दहन का मुख्य कार्यक्रम सिद्धेश्वर मेला मंदिर प्रांगण में आयोजित हुआ। शाम 7 बजे भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान रथ में सवार होकर शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए सिद्धेश्वर मैदान पहुंचे चल समारोह के दौरान रावण और माता सीता का रथ भी मौजूद था। मैदान में पहुंचते ही राम-रावण के बीच भयंकर युद्ध हुआ जहां दोनों ओर से बाणों के प्रहार किए गए वहीं हनुमान और लक्ष्मण और बानर सेना ने रावण की सेना को धूल चटा दी।
इस दौरान जमकर आतिशबाजी की गई। इसके पश्चात भगवान राम ने अपने तीर से कुंभकरण का वध किया। फिर लक्ष्मण ने तीर मार कर मेघनाथ को यमपुरी पहुंचा दिया। दोनों पुतलों के दहन के बाद भगवान राम ने अग्निबाण छोडक़र रावण का वध किया और देखते ही देखते रावण का पुतला धूं-धूं कर जल उठा।
रावण के जलते ही वहां मौजूद भीड़ वहां निकल कर काली माता प्रांगण पहुंची जहां नरसिंह दरबार उत्सव समिति के द्वारा निकाले गए चल समारोह में भगवान राम की झांकी के साथ राम-रावण का भेष धरकर कलाकार रथों पर सवार होकर वहां पहुंचे और दोनों के बीच युद्ध के पश्चात रावण का पुतला दहन किया गया।
इस तरह आतंकवाद के पुतले का हुआ दहन
पूरा देश इस समय आतंकवाद से जूझ रहा है जो देश की सबसे बड़ी समस्या है और इस समस्या को केन्द्र बिन्दु पर रखकर स्व. शिवगोपाल शिवहरे परमार्थ समिति ने रावण रूपी आतंकवाद के पुतले का निर्माण किया। जो शहर भर में चर्चा का केन्द्र रहा। समिति के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार शिवहरे, मदन गोयल मैया बाले, रविन्द्र शिवहरे, संतोष शिवहरे, कृष्णदेव गुप्ता, मुन्ना बाबू गोयल, डॉ. शैलेन्द्र गुप्ता, गोविन्द सिंह सेंगर, हेमंत फडनीस, पदम चौकसे, राधेश्याम शर्मा, एड.अरूण शर्मा, राजू गर्ग, रॉमी माटा, पत्रकार अशोक अग्रवाल, रोहित मिश्रा, विजय शर्मा, तरूण शिवहरे, कुशल शिवहरे, मोहित शिवहरे, चिराग शिवहरे, अनुराग जैन, राजेश ठाकुर, कपिल जैन जैनी, जुगल राठौर, नूर मो. काजी, पंकज गोयल डोमा भाई, पवन बाथम, दिलीप मिश्रा, मनोज भार्गव, ने पूजा अर्चना की। इसके बाद समिति के अध्यक्ष डॉ. रामकुमार शिवहरे ने समिति के सदस्यों को माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान जमकर आतिशबाजी की गई और अंत में डॉ. रामकुमार शिवहरे ने अग्निबाण से रावण का दहन किया। देखते ही देखते रावण का पुतला धूं-धूं कर जल उठा।
पटेल नगर में जलाया बुराई का प्रतीक रावण
नगर पालिका क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 31 के पटेल नगर कॉलोनी में विजयदशमी के दिन बुराई का प्रतीक रावण का दहन किया गया। इस कॉलोनी के नन्हे मुन्ने बच्चों ने स्वयं 15 फुट ऊंचे रावण बनाया और देर शाम उसका दहन किया गया।
इस दौरान बड़ी सं या में कॉलोनी के बच्चे एवं कॉलोनीवासी उपस्थित रहे। इस रावण दहन के समय उपस्थित बच्चों में जाग्रत अग्रवाल, सृष्टि अग्रवाल, सक्षम शर्मा, अनु शर्मा, सिद्धांत शर्मा, शिवम शर्मा, समर्थ श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव, रामनायक, ताशु श्रीवास्तव एवं शकुन्तला परमार्थ समिति के सभी बच्चे उपस्थित रहे।