मंडी शुरू होते ही फट्टा व्यापारी सक्रिय, सरकार को लगा रहे है चूना

इमरान अली/कोलारस। प्रदेश के मुखिया भले ही भाजपा सरकार को किसानो कि सरकार कहते हो लेकिन कोलारस विकासखण्ड के अंर्तगत आने वाले किसान अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है। यहां किसानो के साथ हो रही ठगी को कोई सुनने वाला नहीं है। इसका मुख्य की मंडी में सुविधाओं के नाम पर सिर्फ  किसानों का शोषण किया जा रहा है। 

नगर में किसानो के लिए बनाई गई प्रमुख अनाज मंडी आज किसानो कि न होते हुए व्यापारियो के चंगुल में फंसती नजर आ रही है। क्षेत्र में खरीफ  की फसल कटते ही भारी मात्रा में धान, मूंगफली, मक्का, ज्वार, सोयाबीन की बंपर आवक मण्डी में शुरू हो गई है। 

फसल आते ही मण्डी के बाहरी व्यापारियों के चेहरे पर मुस्कान दौडऩे लगी। खुले में अनाज तोलने का यह काला कारोबार एक जगह न चलकर अनेक निजी दुकानों पर चल रहा है। एक तरीके से देखा जाए तो कोलारस में बाहर समानांतर मंडी संचालित हो रही है। 

जिसका पूरा संचालन मंडी के दलालों एवं व्यापारियों के हाथ में पहुच गया है। इस समानांतर मंडी के कारण किसानों को ठगी का शिकार होना पड़ रहा है। मंडी के कर्मचारियों द्वारा ही राजस्व को लाखों रूपये का चूना लगाने का क्रम जारी है। जनता द्वारा निर्वाचित जनप्रतिनिधि भी राजस्व की इस चोरी को मूकदर्शक बने देख रहे है। 

हालात यह हो गये है कि मंडी में एक तरीके से लूट का माहौल बना हुआ है। जहां व्यापारियों के मंडी कर्मचारियों से संबंध बन जाने के कारण खूली छूट दी जा चुकी है। ज्ञात हो कि मंडी के कुछ कर्मचारी कई सालों से यहां पदस्थ है जिसके चलते इन्हे भी प्रशासन का कोई भय नहीं रह गया है। 

एबी रोड किनारे बने गोदामों में एवं दुकानों पर बिना किसी भय के सीधा किसान का माल तुलाया जा रहा है। यही नही मंडी में भी किसानों का माल नियम से हटकर खरीदा जा रहा है। मंडी में जो भी किसान अपना वाहन लेकर आता है नियमानुसार प्रवेश पर्ची पर उसका वाहन का नंबर किसान का नाम गांव का नाम एवं फसल का नाम आदि का व्यौरा पर्ची पर दिया जाना चाहिए। 

किंतु ऐसा कुछ नही हो रहा है। यहां संपूर्ण मंडी व्यापारियों के नियमानुसार संचालित है। इस सबके बाद भी प्रत्येक व्यापारी अपनी ब्लैक मनी छुपाने के लिये झूठे दस्तावेजों के सहारे मंडी में व्यापार कर रहा है। इसी के चलते ही राजस्व की चोरी भी की जाती है। 

दर्जनो दुकानो पर मंडी के बाहर खरीद रहे 
विगत दिनों बाहर बिकने वाले माल का जायजा लिया तो पाया कि मंडी के बाहर खुलेआम माल को खरीदा जाने का क्रम जारी है। ऐसा एक जगह नही वरन सडक़ किनारे की सभी दुकानों पर यह काला कारोबार किया जा रहा है।

इसी क्रम में बाहर माल खरीदी का काम फूलराज होटल के आसपास,न्यू होटल फूलराज के सामने, इंडिया बैंक के पासएएसडी ओपी ऑफिस के सामने तथा मानीपुरा में मंडी के सामने एवं आस पास के एरिया में खुले में किसान की फसल तौली जा रही है। 

इस प्रकार न्यू होटल फूलराज से लेकर लाल पुलिया तक किसानों का माल बाहर व्यापारियों द्वारा राजस्व की चोरी करते हुए खरीदा जा रहा है। इस माल की भी विधिवत जानकारी मंडी प्रबंध को होती है। किंतु शाम के समय सभी व्यापारियों से इस माल का हर्जाना बसूला जाता है। 

इस हर्जाने से प्राप्त मौटी रकम का सभी को हिस्सा पहुंच जाता है यही कारण है कि इस कारोबार में सभी की सहभागिता से इंकार नही किया जा सकता। इसमें प्रशासन की सहभागिता को भी नकारा नही जा सकता। मंडी प्रबंधन सहित जनप्रतिनिधि भी व्यापारियों के इस काले धंधे में समान रूप से सहयोगी की भूमिका निभा रहे है।

अब देखना ये है। की किसानो के साथ कौन सा अधिकारी खड़ा दिखाई पड़ता और इस काले कारनामे पर प्रशासन लगाम कसने में सफल होता या नही या हर वर्ष की भांती अपनी जेब गर्म करके मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया जाता है। 

इनका कहना है-
मंडी के अधिकारी समय समय पर कार्यवाही करते है। मामला संज्ञान में है हम भी जल्द ही टीम गठित करके जल्द ही कार्यवाही करेंगे ।
आरके पांडे 
एसडीएम कोलारस
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