
इस इलाके में ऐसे नारकीय हालत कर्ई दिनों से बने हुए हैं। पूरे इलाके में इतनी बदबू आती है कि यहां से निकलना भी मुश्किल हो रहा है। यहां से गुजरने वाले अधिकांश लोग तो इस इलाके से किनारा कर चुके हैं, लेकिन सब्जी मंडी में आने वाले किसानों, व्यापारियों, और खरीददारों को राजी गैर राजी यहां आना ही पड़ता है।
सीमेंट व्यवसायी धर्मचन्द्र जैन की दुकान के नजदीक जैसे ही राहगीर गुजरते हैं उन्हें अपनी नाक पर बदबू के कारण हाथ रखना पड़ता है। बदबू भी इतनी असहनीय होती है कि बहुत से लोग तो उल्टियां भी कर चुके हैं। पूरे इलाके में सडांध और दुर्गन्ध का ऐसा वातावरण है जिसमें सांस लेना भी मुश्किल हो रहा है। स्थानीय नागरिकों ने बताया कि उन्होंने कर्ई बार इस विकट समस्या से नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह और सीएमओ रणवीर कुमार को लिखित और मौैखिक रूप में अवगत कराया, लेकिन उनके कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। वार्ड पार्षद भी उदासीन बने हुए हैं।
स्थिति उस समय और गंभीर हो जाती है जब यहां यातायात अबरूद्ध हो जाता है उस दौरान तो यहां से गुजरने वाले लोगों को जो यातना भुगतना पड़ती है उसका वर्णन शब्दों में नहीं किया जा सकता। इस इलाके के लोगों ने जिला प्रशासन से मांग की है कि वह जनता को इस समस्या से निजात दिलाकर दोषी कर्र्मचारियों और अधिकारियों को दण्डित करें।
सडक़ को बनाया कूडा घर
एक ओर जहां मानस भवन क्षेत्र में वातावरण नारकीय बना हुआ है वहीं लक्ष्मी निवास के पिछवाड़े खजानची लाल जी जैन के मकान के पास स्थित सडक़ कूड़ाघर में तब्दील हो चुकी है। पूरी सडक़ पर कचरे का वेसुमार ढेर लगा हुआ है और नगर पालिका की निष्क्रियता से इस कचरे को हटाया नहीं जा रहा है वहीं आज कुछ लोगों ने इससे मुक्ति हेतु कचरे में आग लगा दी हैै। जिससे पूरे इलाके में प्रदूषण युक्त वातावरण हो गया है।