
उक्त पूरे घटनाक्रम को शिवपुरी समाचार डॉट कॉम ने अपने 5 अक्टूबर के अंक में डॉ गुप्ता ने डेंगू के मरीज को भगाया, कोटा में इलाज शुरू के नामक शीर्षक से प्रमुखता से उजागर किया था। उसके बाद प्रशासन हरकत में आया और अब छुट्टीयां बीतते ही मय दल के लुकबासा पहुॅचा और यहॉ पर घरों से डेंगू का लार्वा एकत्रित किया।
बताया गया हैै कि उक्त टीम भी महज ऑपचारिका पूरी करने यहॉ पहुॅची इस टीम के पास डेंगू से संबदित कोई भी जांच मशीन नही थी। और न ही मरीजों को देने के लिये कोई दबाई थी। उक्त टीम के पास मलेरिया और फेंसिफार्म की ही जांच करने की किट थी इसके अलाबा कुछ नही थी।
जब डेगू की पॉजीटिब रिपोर्ट दिखाई तो उन्होने यह कहकर उक्त रिपोर्ट को लेने से मना कर दिया कि यह ग्वालियर की रिपोर्ट नही है। और ग्वालियर के अलाबा हम कोई रिपोर्ट मान्य नही करते।