
बताया गया है कि उक्त सिंथेटिंंक दूध का बैैराड़ में काला कारोबार मुरैना के पहाडग़ढ़ कैलारस से जुड़ा हुआ है। कुछ दिनो पहले कैलारस में सिंथेटिक दूध बनाने की एक बड़ी फैक्ट्री को प्रशासन ने पकड़ा था। उसके बाद से छुटमुइयै कारोबारी वहॉ से अपना करोबार बंद करके बैराड़ और आसपास अपना फड़ जमाकर बैठे है। इस सिंथेटिंक के जरिये दूध,पनीर यहॉ तक की माबा भी बनाने से यह नही चूकते।
यहॉ बता दे बैराड़ में करीब आधा दर्जन दूध के क्रीम कलेक्शन सेंटर है। जो दवी जबान इस सिंथेटिक दूध को खपाने में लगे हुए है।
ये सामग्री नकली दूध बनाने के काम आती है
कलेक्शन सेंटर पर आरएम केमिकल, कर्नल पॉम ऑयल, स्कींड मिल्क, क्रीम, लिक्विड डिटरजेंट, ग्लूकोज उपयोग किया जाता है। कलेक्शन सेंटर पर यह सभी सामग्री आसानी से मिल जाती है । इसका उपयोग मिलावटी घी,दूध,दही, पनीर के अलावा मिठाई बनाने मेें किया जा रहा है। यहॉ क्रीम कलेक्शन सेंटर पर रोजाना लगभग 2000 लीटर दूध क्रीम मशीन के द्वारा क्रीम निकालकर कैमिकल्स मिलाकर बड़ी-बड़ी डेयरी वाले टैंकर से फैक्टरी पर सप्लाई कर देते है। जो आम लोगो के जीवन के साथ सरेआम खिलबाड़ कर रहे है इस पूरे रैकेट की भनक प्रशासन को होने के बाबजूद भी प्रशासन कोई भी कार्यवाही करने से कतरा रहा है।