सविल जज से एडीजे बने ओमप्रकाश रघुवंशी

शिवपुरी। कठिन परिश्रम और लगनशीलता के चलतेे फतेहपुर रोड़ निवासी ओपी रघुवंशी ने पहले वकालात की फिर वकालत के दौरान पढ़ाई की और फिर पढ़ते-पढ़ते वर्ष 2007 में सिविल जज के रूप में चयन हो गया। बाबजूद इसके अपने लक्ष्य से दूर होकर भी उसे पाने की ललक उनके सीने में हमेशा लगी रहती। 

अपने व्यस्त जीवन में परिवार और माता-पिता की देखरेख के बाबजूद भी वर्तमान में देवास में सिविज जज के रूप में पदस्थ ओपी रघुवंशी ने सिविल जज के साथ ही अपना अध्यापन कार्य निरंतर बनाए रखा और अब पदोन्नति पाते हुए एडीजे (अपर जिला न्यायाधीश) के रूप में चयन हुआ है। 

अनौपचारिक चर्चा करते हुए सिविल जज ओपी रघुवंशी ने अपनी इस सफलता को माता-पिता पूरन सिंह-श्रीमती लीला रघुवंशी के आर्शीवाद का परिणाम बताया और उनके चरणों की धूल को सिर माथे लेकर आगे के लक्ष्य साधने की बात कही। 

यह परीक्षा उन्होंने जुलाई 2016 में दी और इसका परिणाम 6 अक्टूबर को आया जिसमें इंटरनेट पर सिविल जज श्री रघुवंशी को एडीजे की परीक्षा में 450 अंकों में से 269.5 अंक प्राप्त हुए जो कि प्रदेश में प्रथम स्थान पर आए। पूरे प्रदेश में टॉप कर श्री रघुवंशी ने अंचल का नाम रोशन किया है इससे पूर्व वर्ष 2007 में भी श्री रघुवंशी ने प्रदेश में टॉप स्थान हासिल किया था। 

सिविल जज ओपी रघुवंशी को सिविल जज के बाद एडीजे बनने पर उनके शुभचिंतकों में महेन्द्र ङ्क्षसह कुशवाह, सुरेन्द्र रघुवंशी, अनिल रघुवंशी, एड.शैलेन्द्र समाधिया, गजेन्द्र यादव, विजय तिवारी, सत्येन्द्र सक्सैना आदि ने बधाई व शुभकामनाऐं दी है। 
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