
सर्किट हाउस रोड पर बायपास से सर्किट हाउस तक एक करोड़ की नई सीसी सडक़ धंसकने के बाद इस सडक़ का क्या होगा। इस ओर पीडब्ल्यूडी अफसर कोई प्लान तैयार नहीं कर पाए हैं और अब इसी रोड पर दूसरे हिस्से में सर्किट हाउस से कोतवाली तक का नई सीसी सडक़ का निर्माण आनन-फानन में शुरू कर दिया गया है। पुरानी सडक़ जो सर्किट हाउस से माता मंदिर तक धंसक चुकी है इसका भविष्य क्या होगा इसको लेकर पीडब्ल्यूडी के अधिकारी चुप्पी साध रहे हैं।
अब नया बजट ठिकाने लगाने के लिए बिना प्लानिंग के सर्किट हाउस से कोतवाली तक नई सीसी सडक़ बनाने का काम आरपीएम इंफ्रा कंपनी से कराना शुरू कर दिया है। स्थानीय लोगों का कहना है कि पूरी सडक़ एक साथ बनाई जाती तो ठीक होता। लेकिन पूर्व से स्वीकृत इस नई सीसी का बजट ठिकाने लगाने के लिए पीडब्ल्यूडी के अफसरों ने एकाएक इस रोड़ पर दूसरे हिस्से में काम शुरू दिया है।
नाली और पुलिया का कोई प्रावधान नहीं -
सर्किट हाउस से कोतवाली के पास तक जो नई सीसी बनाई जा रही है, वह 460 मीटर लंबी है। इसका बजट भी 90 लाख का है। पूर्व से स्वीकृत इसके स्टीमेट भी तकनीकि खामी है और इस रोड के भी धंसकने की संभावना है।
जानकारों का कहना है कि इस स्टीमेट में यहां पर भी पानी निकासी के लिए नाली और पुलिया इस प्रोजेक्ट में नहीं हैं जो आने वाले दौर में बारिश के दौरान सीसी सडक़ धंसकने का प्रमुख कारण बन सकती है।
सर्किट हाउस से बायपास वाली नई सीसी सडक़ भी इसलिए धंसी थी कि इसका सही का प्रेक्शन होना और पानी निकासी के लिए नाली व पुलिया का निर्माण न होना एक कारण रहा था। अब दोबारा वही कहानी नई सीसी में भी दोहरायी जा रही है।
लोगों ने खेल मंत्री से मांग की है कि यहां पर पानी निकासी के लिए नाली व पुलिया का प्रावधान अतिरिक्त स्टीमेट में जोड़ा जाए।
रास्ता बंद होने से बड़ी परेशानी
इस मार्ग पर इस समय सीवर प्रोजेक्ट में खराब हुई सडक़ का का प्रेक्शन किए जाने के कारण यह रास्ता सर्किट हाउस के पास बंद हो गया है। पांच से छह फीट इस सडक़ को फिर से खोदकर इसका का प्रेक्शन किया जा रहा है। रास्ता बंद होने से रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड और शक्तिपुरम खुड़ा और रामबाग कॉलोनी में जाने वाले लोग परेशान है। इन लोगों को लंबा फेर लगाकर जाना पड़ रहा है। मंगलवार को यहां पर एक टै्रक्टर-ट्रॉली भी गड्ढे में पलट गई, जिसे बाद में जेसीबी मशीन की मदद से निकाला गया।
क्या कहते हैं अधिकारी
सर्किट हाउस रोड से कोतवाली तक पुराने स्टीमेट के आधार पर ही सीसी सडक़ बनाई जा रही है। इसमें नाली और पुलिया नहीं है। पूर्व में धंसकी सीसी सडक़ का आगे क्या होगा। इस बारे में भोपाल से नए निर्देशों का इंतजार किया जा रहा है। तब तक पुरानी रोड ऐसी ही पड़ी रहेगी।
दीपक जैन
सब इंजीनियर, पीडब्ल्यूडी शिवपुरी