शिवपुरी। मीडिया में इन दिनों प्रशासन की पोल खोलती खबरों से बौखलाए कलेक्टर राजीव दुबे ने आज जनसुनवाई के दौरान ईटीवी का कैमरा छीन लिया एवं उसकी तमाम रिकार्डिंग डीलिट कर दी। वो जनसुनवाई के मीडिया कवरेज से नाराज थे। इस घटना के बाद पत्रकार जनसुनवाई से उठकर चले गए थे और उन्होंने बाहर आकर जोरशोर से नारेबाजी शुरू कर दी। बाद में पीआरओ अनूप भारती ने मध्यस्थता कर पत्रकारों से कलेक्टर की बातचीत कराई और कलेक्टर द्वारा खेद व्यक्त करने के बाद पूरे मामले का पटाक्षेप हो गया।
जानकारी के अनुसार आज जनसुनवाई के दौरान पेंशन न मिलने से परेशान एक सेवानिवृत्त कर्मचारी ने कलेक्टर को आवेदन दिया। कलेक्टर जब उस वृद्ध व्यक्ति से बातचीत कर रहे थे उसी दौरान इलैक्ट्रोनिक मीडिया के पत्रकार अशोक अग्रवाल ईटीबी के सहायक यशपाल ने उक्त बातचीत को रिकॉर्ड करना शुरू कर दिया।
यह देखकर कलेक्टर ने उससे रिकॉर्डिंग करने से मना करते हुए पत्रकार से कैमरा छीन लिया और कैमरे में बनाई बीडियों को कलेक्टर ने खुद डिलीट कर दिया। इस घटना की जानकारी साथी पत्रकारों को लगी तो सभी कलेक्टर के इस व्यवहार से नाराज होकर जनसुनवाई से बाहर आ गये।
इस बात की जानकारी सहायक ने पत्रकार अशोक अग्रवाल को दी तो वह तुरंत वहां पहुंच गए और जनसुनवाई को कवर कर रहे पत्रकार हॉल से बाहर निकल गए। बाहर आकर पत्रकारों ने नारेबाजी शुरू कर दी। जानकारी मिलते ही जनसंपर्क अधिकारी अनूप भारतीय मौके पर पहुंच गए और उन्होंने कलेक्टर से इस संबंध में चर्चा की।
अंतत: कलेक्टर ने पत्रकारों को अपने चेंबर में मिलने के लिए बुलाया। कलेक्टर ने पत्रकारों से कहा कि पिछले 6-7 बार से वह लगातार देख रहे हैं कि जनसुनवाई की सकारात्मक बातों के स्थान पर कुछ पत्रकार नकारात्मक बातों को हाईलाईट कर रहे हैं। जबकि उनमें कोई सच्चाई नहीं रहती। इसी प्रभाव में उन्होंने उक्त पत्रकार को रिकॉर्डिंग करने से रोका था। 15 मिनिट तक दोनों पक्षों के बीच हुई चर्चा के पश्चात कलेक्टर ने पूरे घटनाक्रम पर खेद व्यक्त किया।
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