शिवपुरी। यह किसी भी मंत्री, नेता, अफसर के गाल पर सबसे करारा तमाचा होता है जब निराश जनता व्यवस्थाएं अपने हाथ में ले ले। यहां कुछ ऐसा ही शुरू हो गया है। सीवर प्रोजेक्ट की खुदाई के बाद खराब सड़कें जब शासन और सरकार ने नहीं सुधारीं तो जनता खुद निकल आई। आज वो सड़कें सुधार रही है, कल कुछ और भी कर सकती है। जनता यदि सत्ता के खिलाफ संगठित हो गई और उसकी सरकार पर निर्भरता खत्म हो गई तो दफ्तरों में बैठे अधिकारियों और बत्तियों में घूम रहे मंत्रियों को काफी महंगा पड़ जाएगा।
शहर के स्थानीय समाजसेवी, एक्टिेविस्ट और कुछ एनजीओ से जुड़े एक दर्जन से ज्यादा लोगों ने अब एक अभियान सड़क अपनी, मेहनत अपनी शुरू किया है। 'सड़क अपनी, मेहनत अपनी' नामक इस अभियान के जरिए यह लोग लोगों से मदद लेकर शहर की खराब सड़कों और उन पर हुए गड़ढ़ों को भरने के लिए अभियान चला रहे हैं।
जागरूक लोगों ने जनसहयोग से खराब सड़कों को सुधारने के लिए यह अभियान शुरू किया है। मदद देने के लिए बकायदा अपने मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं। यह लोग जनता से मदद लेकर इन गड़ढों को भर रहे हैं। जिससे आने-जाने में लोगों को जो परेशानी हो रही है, उससे निजात मिल सके।
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