विकास की विनाश लीला: आत्महत्या करने मजबूर डूब क्षेत्र के ग्रामीण

शिवपुरी। जिले की श्योपुर से सीमा से लगे ग्राम धोबनी और बूढदां गॉव विकास की विनाश लीला की भेट चढ रहे है। इन दोनो गांवो का विस्थापन श्योपुर जिले की सीमा में पार्वती नदी पर ककेटो डेम बनाया गया है। लगातार हो रही बारिश के कारण डेम को पानी बूडदा गांव में घुसने लगा है। गरीब परिवारो मुआवजा न मिलने के कारण वह अभी भी गांव में रहने को मजबूर है। 

जानकारी के अनुसार ककेटो डेम में भराव क्षमता 370 मीटर है इस समय डेम में पानी 369 मीटर है। शिवपुरी जिले की सीमा से लगी श्योपुर जिले में यह डेम बनाया गया है। इस डेम से शिवपुरी जिले के दो गांव धोवनी और बूडदा विस्थापित किए है। बताया जा रहा कि धोवनी गांव तो पूरा खाली हो गया है। लेकिन बूडदा गांव के 2 दर्जन परिवारो को अभी तक मुआवजा नही मिला है। 

इस कारण इस गावं के परिवार इसमे निवास कर रहे है। बांध में लगातार बढ रहे जलस्तर के कारण पानी इस गांव में निवास कर रहे परिवारो में आ गया है। जिससे इन लोगो के घर में जहरीले जानवर घुस रहे है। मच्छारो का प्रकोप है। इससे आधा गांव बिमार हो गया है। अधिकारियों से बार-बार निवेदन के बाद भी इस गांव के लोगो को मुआवजा नही मिला है। ग्रामीणो का सुर में कहना है कि इस नरकीय जीवन जीने से तो मर जाना अच्छा है। 

ग्रामीणो को कहना है कि सरकार मुआवजा देदी तो कही भी जाकर बस जाते है। गरीब है पैसे नही है कही भी नही जा सकते है। बताया जा रहा है कि ग्रामीण दिन तो रात भी जागकर काट रहे है ना जाने डेम को जलस्तर बढ जाए और पूरा का पूरा गांव डुब जाए ओर हमारी जलसमाधि बन जाए। 

इसी गांव में रहने वाली निरूपा आदिवासी का कहना है कि डूब क्षेत्र में आ जाने की वजह से गाँव में सभी सुविधाए बंद कर दी गई है  आने जाने के लिए रास्ते नहीं है मुआवजा कृषि भूमि का तो बाँट दिया गया है लेकिन आवासीय मकानों का नहीं दिया गया हे  स्कूल आगनवाडी गाव से काफी दूर बना दी गई है जहा बच्चे जा ही नहीं पाते घरो में सांप बिच्छु रोजाना निकल रहे है  बिजली हे नहीं  कुल मिला कर इस गाँव के दो सैकडा नागरिक नरकीय जीवन जीन को मजबूर है। 

सिंचाई विभाग ने जो सर्वे करके हमे दिया था उन सब को लगभग मुआवजा बाँट चुके हे  जिन लोगो के सर्वे में नाम नहीं आये हे तो सिचाई विभाग हमे उनका नाम दे तो उन्हें भी मुआवजा दे दिया जायेगा और यदि मुआवजा ना मिलने की वजह से कोई अनहोनी होती हे तो उसके लिए निश्चित रूप से हम दोनों विभाग ही जि मेदार होंगे
उमेश गुप्ता नायब 
तहसीलदार गोवर्धन टप्पा

ग्रामीणों ने आज ग्राम सभा का आयोजन किया है और इसमें मु य रूप से डूब प्रभावित लोगो की बात रखी गई हे ये बात सही हे कि सर्वे व्यवहारिक नहीं हुआ हे गाव के एक हिस्से हो छोड़ दिया गया था जिसके कारण ग्रामीण अब परेशानी में है  वरिष्ट अधिकरिओ को बता दिया गया हे फि र भी यदि समस्या नहीं सुलझी तो वे इस मुद्दे को विधान सभा में उठाने का प्रयास करूगां। 
प्रहलाद भारतीय
विधायक पोहरी