
जैसा कि विदित है कि हाईकोर्ट द्वारा इस बीपीएल राशन कार्ड कांड की एफआईआर पर दिए गए स्टे को बीते रोज हाईकोर्ट ने ब्रेक्रेट कर दिया था। तभी से नपाध्यक्ष की गिरफ्तारी की अटकले तेज हो गई थी। कल देर रात ग्वालियर में अपने एडवोकेट के निवास पर जाते हुए दौलतगंज से कोतवाली पुलिस ने मुन्नालाल कुशवाह को दबौच लिया था। और देर रात ही कोतवाली पुलिस नपाध्यक्ष कुशवाह को शिवपुरी ले आई थी।
लंच बाद नपाध्यक्ष कुशवाह को न्यायालय में किया पेश
गिरफ्तार नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को आज पुलिस सफेद रंग की मार्शल गाड़ी क्रमांक एमपी 03 ए 3568 में बिठाकर दोपहर 3 बजे न्यायालय ले गई। कोतवाली से जैसे ही मुन्नालाल कुशवाह को कोर्ट ले जाने के लिए बाहर लाया गया तो वह काफी उदास थे।
सफारी पहने हुए मुन्नालाल कुशवाह हाथ जोडक़र वहां उपस्थित लोगों का अभिवादन कर रहे थे तथा उनकी आंखों से आंसू बह रहे थे। यह देखकर जिला कांग्रेस महामंत्री राकेश जैन ने उनसे धैर्य रखने को कहा।
श्री कुशवाह को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट डीएल सोनिया के न्यायालय में पेश किया गया। जहां उनकी जमानत अर्जी पर उनके अभिभाषक ने बहस की। न्यायालय ने दोनो पक्षो को सुनने के बाद नपाध्यक्ष की जमानत अर्जी रद्द दिया और जेल भेेजने के आदेश दिए।
कांग्रेसियो ने किया कोतवाली मेंं हंगामा, कहा देर से किया कोर्ट में पेश
नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को न्यायालय में देर से पेश करने का आरोप लगाते हुए कांग्रेसियों ने थाना परिसर में धरना देकर जोरशोर से पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की।नारेबाजी करने वालों में जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव, शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धार्थ लढ़ा, कांग्रेस प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी, नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेस नेता राकेश गुप्ता, विजय शर्मा, राजेन्द्र शर्मा, अनिल उत्साही, विवेक अग्रवाल, इस्माइल खां पार्षद, निर्भय सिंह हीरा सहित अनेक कांग्रेसी थे।
जिला कांग्रेस अध्यक्ष रामसिंह यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि नपाध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह को पुलिस द्वारा जानबूझ कर इसलिए देर से कोर्ट में पेश किया जा रहा है। ताकि उनकी जमानत नहीं हो सके।
नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा और कांग्रेस प्रवक्ता हरवीर सिंह रघुवंशी ने आरोप लगाया कि शहर के प्रथम नागरिक के साथ इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है मानो पुलिस ने किसी 50 हजार रूपए के ईनामी डकैत को गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें किसी से भी मिलने नहीं दिया जा रहा।
पुलिस का अधिकृत बयान
मुन्नालाल कुशवाह को न्यायालय में पेश करने में इसलिए देरी हुई क्योंकि जो पुलिसकर्मी उनकी डायरी लेकर हाईकोर्ट गया था। उसकी अचानक तबियत खराब हो गई और सुबह तक उससे मोबाईल पर बात चीत नहीं हो सकी। किसी तरह से उससे संपर्क कर केस डायरी मंगाई गई। इस कारण न्यायालय में पेश करने में बिलम्ब हुआ। हालांकि पुलिस को गिरफ्तारी के 24 घंटे के भीतर आरोपी को पेश करने का अधिकार है।
संजय मिश्रा
टीआई कोतवाली शिवपुरी