
प्राप्त जानकारी के अनुसार इस क्षेत्र में 81 उद्योगपतियों को उद्योग स्थापित करने के िलए जमीन आवंटित की गई थी, लेकिन संच्चाई यह है कि इनमें से आधे से अधिक उद्योग बंद पड़े हैं। और व्यापारियों ने इंस्ट्रीज के लिए बनाई गई बिल्डिग़ो को प्याज और सीमेंट और अन्य चीजो के लिए किराए पर दे दिया है।
उद्योग विभाग का टर्न ऑवर भी इस कारण ही बढ रहा है कि जिन्होने गोदाम किराए पर दे रखे है उन्है हर तिमाही पर एक नोटिस देना और हर नोटिस पर बसूली करना। यह उद्योग विभाग का काम है। इ्र्रतना ही नही लीज निरस्त करने और आवंटित करने में भी उद्योग विभाग का भ्रष्टाचार का टर्नऑवर बढ रहा है। बताया जा रहा है कि लीज निरस्त करके नया आवंटन करने में विभाग 1000 रू प्रति फुट से रिश्वत खा रहा है।
विभाग अतिक्रमण के मामले में खा रहा है रिश्वत
अतिक्रमण हटाने के नाम पर पूर्व विधायक माखनलाल राठौर से लेकर पूर्व भाजपा नगर अध्यक्ष ओमप्रकाश जैन के भाई सूरज जैन, मनोज जैन, और केशव गोयल के अतिक्रमण तोड़ दिए गए, लेकिन अतिक्रमण हटाने में भी जमकर पक्षपात और भ्रष्टाचार किया जा रहा है।
ताजा मिशाल यह है कि शिवपुरी वेलफेयर इंडस्ट्रीज एसोसियेशन के अध्यक्ष विष्णु गोयल की इंडस्ट्रीज से संलग्न इंडस्ट्री संचालक द्वारा आम रास्ते पर अतिक्रमण कर लिया गया है। इसकी शिकायत अध्यक्ष विष्णु गोयल द्वारा किए जाने पर भी कोई कार्यवाही नहीं की गई। इसका भी कोई कारण रहा होगा