
आरोप है कि प्रत्येक जोन में खड़ी प्राईवेट टेक्सी और ऑटोबालों से जोरजबरदस्ती से अवैध बसूली की जा रही है और इसमें सहयोग न करने पर भारी भरकम जुर्माना किया जा रहा है। यहां तक कि शहर में दूध लेकर आने वाले वाहनों से भी यातायात विभाग पर अवैध बसूली का आरोप है।
जिससे त्राहि-त्राहि मची हुई है। इससे बढक़र अमानवीयता और संवेदनशीलता यातायात विभाग की क्या हो सकती है कि गरीब ऑटो बालों पर 23-23 हजार और 30-30 हजार रूपए का जुर्माना लगाया जा रहा है।
अवैध बसूली से तंग आकर ऑटो यूनियन के अध्यक्ष बनबारीलाल धाकरे ने बड़ी सं या में ऑटो चालकों के साथ पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा तथा यातायात विभाग के कारनामों पर उनसे अंकुश लगाने की मांग की। श्री धाकरे ने एसपी से यह भी अनुरोध किया कि यातायात विभाग के प्रभारी पुरूषोत्तम विश्नोई को निलंबित किया जाए।
उदाहरण के लिए यातायात विभाग ने शुक्रवार रात 11 बजे पोहरी रोड़ पर कृष्णा प्लाजा के पास चार ऑटो यातायात नियम का उल्लघंन करने के आरोप में जप्त की गई। ये ऑटो हरविलास राठौर, राजू राठौर आदि के बताए जाते हैं।
इनके न बर है एमपी 33 आर 1466, आरजे 20 बी 5968, एमपी 33 आर 1487। ऑटो यूनियन के अध्यक्ष बनबारीलाल धाकरे ने बताया कि गरीब ऑटो चालकों पर 23 हजार से लेकर 30 हजार रूपए जुर्माना किया गया है। जुर्माना अदा न करने की स्थिति में उनके ऑटो यातायात थाने में खड़े हुए हैं। सवाल यह है कि इतना बड़ा जुर्माना लगाना क्या न्यायोचित है?
ऑटो यूनियन करेगी 14 से आंदोलन
ऑटो यूनियन के अध्यक्ष बनबारीलाल धाकरे का आरोप है कि यातायात अधिकारी टेक्सी चालकों पर माहबार राशि देने के लिए दवाब बना रहे हैं और न देने पर उन पर भारी भरकम राशि का चालान कर रहे हैं। श्री धाकरे ने अल्टीमेटम दिया है कि जिन टेक्सियों को यातायात विभाग ने खड़ा किया है उन्हें छोड़ा जाए अन्यथा 14 जुलाई से ऑटो यूनियन यातायात विभाग के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन खड़ा करेगा।
दूधियों के वाहनों को शहर में प्रवेश की मांगी जा रही है प्रवेश रााशि
गांव-गांव से अपने वाहनों में दूध भरकर शहर में विक्रय करने आने वाले दूधियों पर यातायात विभाग की निगाह गढ़ी हुई है। एक दूधिये ने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि उसकी जीप मोहनगढ़ से दूध भरकर शिवपुरी आती है, लेकिन जीप के शहर में प्रवेश पर 2000 रूपए प्रतिमाह की राशि की मांग कर रहे हैं।
ऐसी स्थिति में उनके व्यवसाय पर संकट खड़ा हो गया है। दूधिये ने यह भी बताया कि उन्हें यह कहकर भी डराया जाता है कि अगर उन्होंने वह राशि नहीं दी तो उनके वाहन का बड़ा चालान किया जाएगा।