
इस योजना के तहत उन 40 अभिभावकों और संरक्षकों को अब 500-500 रूपए प्रतिमाह दिए जाएंगे जो ऐसे बच्चों को पाल रहे हैं जिनके माता-पिता इस संसार में नहीं है अथवा किसी कारण से वह अपनी जि मेदारियों का निर्वहन नहीं कर रहे।
समारोह में पोहरी विधायक प्रहलाद भारती, कलेक्टर राजीवचन्द्र दुबे, एसपी मो. युसुफ कुर्रेशी, अतिरिक्त कलेक्टर नीतू माथुर, भाजपा नेता भानू दुबे, तेजमल सांखला, रामस्वरूप रावत, हरिओम राठौर, अरूण पंडित, बलबीर यादव, सुरेन्द्र रजक, अभिषेक शर्मा बट्टे सहित अनेक लोग थे।
समारोह में यशोधरा राजे ने अपने उदबोधन में कहा कि बहुत दु:ख होता है जब पता चलता है कि किसी मासूम बच्चे के माता और पिता नहीं है। इससे उनकी देखभाल और परवरिश नहीं हो पाती। ऐसी स्थिति में संस्कार निर्माण का काम कैसे होगा, लेकिन शिवपुरी जिला प्रशासन ने संवेदनशीलता से इस दिशा में प्रयास कर एक उल्लेखनीय पहल की है।
हालांकि यह योजना प्रदेश सरकार की सूची में नहीं है, लेकिन प्रशासन की यह योजना निश्चित रूप से प्रदेश सरकार की योजना में भी शामिल होगी। सार्वजनिक जीवन में दूसरों के संतानों को गोद लेने की यह पहल सराहनीय है और इसके लिए जिला प्रशासन बधाई का पात्र है।
कार्यक्रम में अतिरिक्त कलेक्टर नीतू माथुर ने बताया कि निराश्रित निधि के ब्याज से इस योजना का शुभारंभ किया गया है और इसके तहत 14 वर्ष तक के बालक और 18 वर्ष तक की बालिका के अभिभावकों को 500-500 रूपए प्रतिमाह की राशि दी जाएगी। कार्यक्रम का संचालन एनएस नरवरिया ने किया।
फॉस्टर केयर योजना का विस्तार है परवरिश:एडीएम माथुर
एडीएम नीतू माथुर ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई परवरिश योजना फॉस्टर केयर योजना का विस्तार है। उन्होंने फॉस्टर केयर योजना की सीमा को स्पष्ट करते हुए कहा कि इस योजना के तहत तीन वर्ष तक पांच-पांच सौ रूपए की प्रतिमाह सहायता अनाथ बच्चों की देखभाल करने वालों को प्रदान की जाती है। जो कि पर्याप्त नहीं है।
इसलिए परवरिश योजना का सूत्रपात किया गया है। योजना शुभारंभ की प्रष्ठ भूमि स्पष्ट करते हुए श्रीमती माथुर ने कहा कि मु यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से किसी अधिकारी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में अनाथ बच्चे का जिक्र किया तो संवेदनशील मु यमंत्री का सवाल था कि हमारे रहते हुए कोई बच्चा कैसे अनाथ है। उन्होंने कहा कि ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के तहत इस योजना का शुभारंभ किया गया।