हजारो की तादात में मवेशी चराने के एवज में लाखो का खेल

शिवपुरी। राजस्थान से हजारों की तादात में मवेशी द्वारा जंगलो में छोडक़र कोलारस के आसपास के जंगलो को मिटाने का कार्य किया जा रहा है। हजारों की तादात में झुण्ड के रूप मैं भेड़ और ऊँट राजस्थान से मध्य प्रदेश के वोर्डर में प्रवेश करते है। जिससे वनों का विनाश हो रहा है। 

सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार मवेशी निकालने के एवज में वन विभाग के कर्मियो के द्वारा लाखो के बारे-न्यारे किये जा रहे है। वोर्डर में घुसने से पहले ही वन कर्मियो के द्वारा मोटी रकम निकासी के नाम पर ले ली जाती है।

कैसे होता है मवेशियों से जंगल को नुकसान
वर्षा ऋतु में पेड़ पौधे फिर से हरे-भरे होते है जो आगे चलकर विकसित होकर भरपूर पेड़ का रूप लेते है। परन्तु मवेशियों द्वारा नई पत्तियो को खा लिया जाता है जिससे पेड़ पौधो के विकाश में वाधा हो जाते है और पेड़ पौधों की उम्र कम हो जाती है, जंगल विकाश से महरूम रह जाते है।