ई-अटेंडेन्स का विरोध, गणना पत्रक को लेकर अध्यापकों ने सौंपा ज्ञापन

शिवपुरी। आंदोलित अध्यापकों ने ई अटेंडेन्स का बिरोध कर छठवें वेतनमान के बिसंगति रहित गणना पत्रक शीघ्र जारी करने की मांग को लेकर आजाद अध्यापक संघ के बैनर तले अधिकार रैली के रूप में मु यमंत्री को संबोधित एक ज्ञापन जिलाधीश की ओर से शिवपुरी तहसीलदार नरेन्द्र जैन को सौंपा। तथा संघ के पदाधिकारी अब 10 जुलाई को संभाग स्तर पर होने वाली संकल्प सभा की तैयारी में जुट गये हैैं। 

आजाद अध्यापक संघ के प्रांतस्तरीय आंदोलन के क्रम में रविवार को सैंकड़ों अध्यापक डीईओ कार्यालय के सामने एकत्रित हुये जहां उन्होने शिक्षा विभाग में लागू ई अटेंडेन्स को अव्यवहारिक बताते हुये इसका भारी बिरोध किया तथा इस व्यवस्था में सिर्फ शिक्षकों व अध्यापकों पर ई अटेंडेन्स लगाने का दबाव बनाने का आरोप विभाग पर लगाया, जब्कि ये व्यवस्था विभाग के समस्त कार्यालयीन कर्मचारियों एवं शैक्षणिक एवं गैर शैक्षणिक अमले के लिये लागू की गई है। 

श्री आयुक्त लोक शिक्षण भोपाल ने भी अपनी बैठक में कार्यालयीन समस्त अमले को भी ई अटेंडेन्स लगाने के लिये निर्देशित किया है। जब्कि इसके विपरीत अध्यापक संवर्ग शिक्षा विभाग के न होकर जनपद जिलापंचायत के कर्मचारी है अध्यापकों ने इसे जहां इस व्यवस्था को लागू नही करने की बात कही है। 

शिक्षा विभाग में संविलियन करने की मांग को लेकर अध्यापक संवर्ग पिछले कई वर्षों से संघर्षरत है। पुरूष स्थानांतरण नीति शीघ्र लागू करने सहित अन्य मांगें पूरी करने की मांग ज्ञापन के माध्यम से अध्यापकों ने की है। ज्ञापन में प्रमुखरूप से आजाद अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष संजय राष्ट्रीय, महासचिव अरविन्द सरैया, कार्यकारी जिलाध्यक्ष सुनील वर्मा, तनुजा गर्ग, केपी जैन, बीना गोलिया, रिजबाना खांन, ममता शुक्ला, सुनीता ओझा, प्रतिभा गंधर्व, मोनिका गोलिया, विपिन पचौरी, राजबिहारी शर्मा, उमेश करारे, मनमोहन जाटव, दिनेश वर्मा, प्रदीप नरवरिया, राजीव बाथम, साजिद खांन, श्रीपत, महेन्द्र करारे, विष्णू राठौर, संतोष यादव, राजेष चौबे, बेदप्रकाश, ब्रजेश बाथम, गजेन्द्र धाकड़, जितेन्द्र शर्मा, लक्ष्मण रावत, आदि शामिल थे। 

आजाद अध्यापक संघ के इस आंदोलन को कर्मचारी कांग्रेस के जिलाध्यक्ष राजेन्द्र पिपलौदा एवं शिक्षक संघ के सचिव कमलकांत कोठारी, अध्यापक संविदा संघ के प्रांतीय उपाध्यक्ष राजकुमार सरैया, शासकीय अध्यापक संघ के जिलाध्यक्ष धर्मेन्द्र रघुवंशी ने भी पहुॅचकर अपना  समर्थन दिया।