
यह इस ज्ञापन की प्रमुख मांगे
शिक्षक आफाक अहमद के घर पहुंचकर पूरे परिवार व पड़ौसियों के सामने अभद्रता करने एवं सिमी आतंकवादियों जैसा कथन करने पर शिक्षक द्वारा पुलिस में की गई शिकायत पर एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
डीपीसी अपने चहेते पूर्व निलंबित शिक्षकों को लेकर निरीक्षण पर जाते हैं। जैसे वत्सराज सिंह राठौड़, शासकीय प्राथमिक विद्यालय कोर्ट रोड़। वत्सराजा राठौर सहायक शिक्षक की अफसर शाही व दखल अंदाजी बंद हो। यह शिक्षक आफाक अहमद के घर पर भी डीपीसी के साथ पहुंचे थे।
आए दिन जिन शिक्षकों से नाराज होना उन्हें अपना रूतबा दिखाना और विरोध करने पर द्वेष पूर्ण भावना से कारण बताओ नोटिस दिए बिना निलंबित करा देना इन बिन्दुओं पर जांच की जाए। जिले भर में कस्तुरबा गांधी छात्रावासों एवं आवासीय बालक एवं बालिका छात्रावासों में कार्यरत अधीक्षक एवं अधीक्षिका को नियम विरूद्ध बनाया गया है तथा मिलकर राशि का गोलमाल किया जा रहा है। जिले के समस्त छात्रावासों के अधीक्षकों की पदस्थी की जांच कराई जाए और कार्यवाही की जाए।
बीआरसीसी के पदों पर अपने चहेते शिक्षकों और अध्यापकों से मनमाने ढंग से बिठाया गया। नियमानुसार कोई प्रक्रिया नहीं अपनाई गई जैसे शिवपुरी बीआरसीसी। मध्य प्रदेश शासन स्कूल शिक्षा विभाग के प्रतिनियुक्ति नियमों के अनुसार निर्धारित अवधि पूर्ण करने के बाद भी शिरोमणी दुबे डीपीसी के पद पर कार्यरत हैं।
जबकि उन्होंने अपने अधीनस्थ अमले बीआरसीसी, बीएसी एवं सीएसी को प्रतिनियुक्ति का हवाला देकर तीन वर्ष की कार्यावधी पूर्र्ण होने पर हटा दिया। लेकिन खुद लगभग 5 वर्षो से प्रति नियुक्ति पर जमे हैं। जो नियम विरूद्ध है। इनकी प्रतिनियुक्ति समाप्त की जाए। यह शिवपुरी से पहले अशोक नगर में प्रतिनियुक्ति पर रहे हैैं।