शिवपुरी। शिवपुरी विधायक और मप्र शासन में कैबीनेट मंत्री आज डेढ माह पूर्व नपा शिवपुरी को नालों की सफाई करने के आदेश दिए थे। जिससे बरसात में पानी की निकासी की कोई पेरशान न हो। परन्तु नपा अब फ्री का काम पैसो में कराने की तैयारी कर रही है। और इस सफाई के काम में लाखो का बजट डकारने की तैयारी कर रही है।
वर्तमान में नाले सफाई के अभाव और अतिक्रमण के चलते अपने अस्तित्व को खोते जा रहे हैं। कई नालों के स्थान पर नालियां बन गई है। जिससे पानी की निकासी नहीं हो पा रही है। गांधी कॉलोनी से कमलागंज, सईसपुरा, पुराना बस स्टेण्ड क्षेत्र को जोडऩे वाले नाले के साथ नवाब साहब रोड़, ठंडी सडक़ से होकर पुरानी शिवपुरी को जोडऩे वाले नाले की स्थिति बहुत दयनीय है जहां पहले से ही कचरा और गंदगी से नाला पट चुका है।
वहीं सीवर खुदाई के दौरान निकली मिट्टी से उक्त नाला अपने अस्तित्व को खो चुका है। जिस कारण उन क्षेत्रों का गंदे पानी और कचरे की निकासी नहीं हो पा रही है। जिससे गंदगी बढ़ती जा रही है।
विधायक शिवपुरी के निर्देशो के बाद नपा ने नालों की सफाई के लिए टेंडर जारी कर दिए। नपा ने टेंडर प्रक्रिया को करने में काफी देरी कर दी। अब किसी भी समय मानसून शुरू हो सकता है। और शहर में बाढ के हालत पैदा हो सकते है।
नपा के द्वारा निकाले गए इन सफाई टेंडरो पर सवाल खडे होना भी शुरू हो गए है। क्यो कि शहर में सवीर प्रोजेक्ट के तहत खुदाई का क्रम जारी है और सीवर की लाईन शहर के नालों के बीचों-बीच भी डाली जा रही है। जिसके तहत नालों की खुदाई की जा रही है।
निर्माण कंपनी और पीएचई के बीच अनुबंध की शर्तो के अनुसार नालों में फैंली मिट्टी को हटाने का कार्य भी निर्माण एजेंसी करेगी। सीवर खुदाई का काम कर रही कंपनी से जुड़े एक अधिकारी ने अपना नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि उनकी नपा अधिकारियों से चर्चा हुई थी कि ाुदाई के दौरान नालों में मिट्टी एकत्रित हो गई है। अपने ड फर पहुंचा दें।
जिससे मिट्टी भी हट जाएगी और नालों की सफाई भी बगैर रूपए खर्च किए हो जाएगी और शहर वासियों को बारिश में होने वाली समस्या से निजात मिल जाएगी। लेकिन नपा ने उनके इस प्रस्ताव को नहीं माना और नालों की सफाई के लिए अलग से टेंडर निकाल दिए। अब सफाई सीवर कंपनी करेंगी और बजट का बंदरवाट हो जाऐगा।