
उसने सीएमओ को एक नक्शा भी दिखाया जिसमें मारवाड़ी भोजनालय के सामने बाला रास्ता 30 फिट दर्शाया गया था। वहीं 1906 का नक्शा भी था। जिसमें भी वह रास्ता 30 फिट का था। बिल्डिंग के संचालक ने सीएमओ को बताया कि उनके बंशज गोपीलाल वैश्य ने उक्त सर्वे नंबर 683 की भूमि सिंधिया राजवंश के माधवराव सिंधिया प्रथम से क्रय की थी।
जिसके सारे दस्तावेज और नक्शे उनके पास हैं। सारे दस्तावेजों को देखने के पश्चात सीएमओ रणवीर कुमार ने उन्हें आश्वस्त किया कि जो भी कार्यवाही होगी वह बिना दस्तावेजों के निरीक्षण के नहीं होगी। इसलिए वह अपने सारे दस्तावेजों की छाया प्रति नगर पालिका को दें।
उनके साथ ही ठेकेदार विष्णु गोयल ने अपने स्वत्व संबंधी कागजात सीएमओ को दिखाए। उनका कहना था कि उन्होंने सन् 1943 में जमीन बंगले वालों से क्रय की है और उस समय सडक़ जितनी चौड़ी थी आज भी उतनी है।