
इसके पूर्व स्थानीय व्यापारियों ने माधवचौक और गांधी चौक का बाजार बंद कर एक तरह से प्रशासन को दवाब में लेने का प्रयास किया, लेकिन इन सबसे बेपरवाह नगर पालिका प्रशासन और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम के निर्देशन में हिटैची ने हनुमान मंदिर से लगी चार दुकानों से अतिक्रमण हटाना शुरू कर दिया।
बीपीएल शोरुम: मुहिम पर सवाल
प्रशासनिक कार्रवाई की जद में प्रेम स्टोर, यादव मिष्ठान भण्डार, तम्बाकू भण्डार तथा शू सेंटर की दुकानें आईं। इन दुकानों पर टीनशेड लगे थे और ये एक तरह से अस्थाई अतिक्रमण की श्रेणी में थे, लेकिन इसके बाद बीपीएल शोरूम, पंजाब इलेक्ट्रीकल्स, मिंटा पान वाले और दुकान मालिक रघुवर दास गोयल की पक्की दुकानें बनी हुई थी जिन्हें आज कार्रवाई की जद में नहीं लिया गया, लेकिन कल इन दुकानों से अतिक्रमण हटाए जाएंगे या नहीं इस पर एडीएम नीतू माथुर और सीएमओ रणवीर कुमार ने चुप्पी साध ली और यह बताने से इंकार किया कि इन दुकानों के आगे 8-8 फीट के निर्माण अतिक्रमण की श्रेणी में हैं या उनकी वैधानिकता है।
इसके पूर्व अतिक्रमण विरोधी अभियान ठण्डी सडक़ क्षेत्र में शाम चार बजे तक चला जिसमें नगर पालिका के सेवानिवृत्त कर्मचारी मदन शर्मा सहित अनेक लोगों के अतिक्रमण साफ किए गए और बहुत से अतिक्रामकों ने तो अपने हाथ से अतिक्रमण तोडऩा शुरू कर दिए।
अतिक्रमण विरोधी अभियान में एडीएम नीतू माथुर, एडीशनल एसपी कमल मौर्य, एसडीएम रूपेश उपाध्याय, एसडीओपी जीडी शर्मा, सीएमओ रणवीर कुमार, टीआई संजय मिश्रा सहित प्रशासन, नगर पालिका और पुलिस विभाग के अधिकारी तथा कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल रहे।
नगर पालिका ने हनुमान मंदिर की दुकानों के आठ दुकानदारों को नोटिस जारी कर दिया। नोटिस में कहा गया है कि आपकी दुकानों के सामने सडक़ की चौड़ाई लगभग 35-36 फीट है जबकि शिवपुरी विकास योजना 2001 (मास्टर प्लान) के अनुसार मार्ग की चौड़ाई लगभग 44 फीट प्रस्तावित है।
इस आधार पर सीएमओ ने उक्त दुकानदारों के 7 अप्रैल 2016 के आवेदन को खारिज कर दिया। इससे यह स्पष्ट हो गया कि आज इन दुकानों से 8-8 फीट अतिक्रमण हटाया जाएगा। सुबह से ही इस इलाके के अतिक्रमण हटाने को लेकर सरगर्मियां काफी तेज रहीं और दोपहर होते-होते इस इलाके की दुकानें बंद कर दी गईं।
शाम चार बजे एसडीएम कार्यालय में एसडीएम रूपेश उपाध्याय ने इन दुकानदारों की ओर से अग्रवाल एप्लायंस के संचालक और चे बर ऑफ कॉमर्स के मानद सचिव विष्णु अग्रवाल का पक्ष सुना और उनसे दो टूक लहजे में कह दिया गया कि अतिक्रमण हर हाल में हटेगा। आपको एक घंटे का समय सामान खाली करने के लिए दिया जाता है।
शाम पांच बजे राजस्व, नगर पालिका और पुलिस अधिकारियों एवं कर्मचारियों की संयुक्त टीम ने घटना स्थल पर अपनी आमद दर्ज कराई। इसके साथ ही मौके पर दो हिटैची पहुंच गईं तथा सबसे पहले इलाके की लाइट बंद कराई गई और फिर धड़ाधड़ अतिक्रमण हटाना शुरू हुए।
इसके पूर्व पूरे इलाके में नाकाबंदी कर दी गई और वरिष्ठ अधिकारी सुरक्षा की दृष्टि से पूरी तरह सुसज्जित होकर मैदान में थे। अतिक्रमण हटाने के पूर्व रघुवरदास गोयल और विष्णु अग्रवाल को माधवचौक स्थित पुलिस सहायता केन्द्र में बिठाल लिया गया था ताकि किसी भी तरह की शांति भंग की नौबत नहीं आने पाए। अतिक्रमण हटाने के दौरान प्रेम स्टोर्स और त बाकू स्टोर्स के संचालकगण अधिकारियों से मिन्नतें करते देखे गए कि इस तरह से अतिक्रमण हटाया जाए कि उनके पक्के निर्माण को कोई क्षति न पहुंचे।
मास्टर प्लान लाना है तो हमें मुआवजा राशि दो: रघुवरदास गोयल
इस मामले में हनुमान मंदिर की दुकानों के मालिक रघुवरदास गोयल ने बताया कि उनका निर्माण पूरी तरह से वैधानिक है। उनके पास जमीन के स्वत्व संबंधी अधिकार हैं तथा उन्होंने नगर पालिका से अनुमति लेकर विधिवत निर्माण कराया है। उन्हें अतिक्रामक कहना उनकी मानहानि की श्रेणी में है।
नगर पालिका का कहना है कि हनुमान मंदिर के सामने 36 फीट चौड़ी सडक़ है तो नाप ली जाए सडक़ आज भी 36 फीट चौड़ी है। उनके अनुसार जब उन्होंने अधिकारियों को यह तर्क दिया तो कहा गया कि मास्टर प्लान के तहत सडक़ 44 फीट चौड़ी करनी है इसीलिए 8 फीट स्पेस उनके निर्माण को हटाकर प्राप्त की जाएगी।
श्री गोयल के अनुसार यह कोई तर्क नहीं है। 44 फीट सडक़ यदि बनानी है तो दोनों तरफ से बराबर-बराबर 4-4 फीट स्पेस लेनी चाहिए। उनका दूसरा तर्क यह है कि यदि मास्टर प्लान के तहत जमीन अधिग्रहित की जानी है तो इसका मुआवजा उन्हें दिया जाए। वह यह भी कहते हैं कि मु य नगर पालिका अधिकारी द्वारा अतिक्रमण हटाने के लिए उन्हें सूचना पत्र 11 मार्च 2016 को दिया था जिसमें छज्जे तीन फीट या चार फीट मात्र हटाने के आदेश दिए गए थे।
अन्य किसी प्रकार के अतिक्रमण का कोई उल्लेख नहीं किया गया था जिससे यह स्पष्ट है कि हमारे द्वारा आपके अनुसार छज्जे के अतिरिक्त अन्य कोई अतिक्रमण नहीं किया गया है।
आज होगी प्रशासन की परीक्षा की घड़ी
अतिक्रमण विरोधी मुहिम के तहत रविवार 12 जून को प्रशासन की परीक्षा की घड़ी है। अभी तक अभियान के तहत प्रशासन ने संदेश देने का प्रयास किया है कि उसने आंख बंद कर पूर्ण निष्पक्षता के साथ इसे आगे बढ़ाया है, लेकिन यह चर्चा भी है कि हनुमान मंदिर की चार दुकानों से अतिक्रमण हटाने के बाद शेष चार दुकानों को बख्श दिया जाएगा।
उनके रसूख और प्रभाव के चलते ऐसा होगा। इस शंका को इसलिए भी बल मिला है, क्योंकि प्रशासन और नगर पालिका का कोई अधिकारी स्पष्ट रूप से यह नहीं कह रहा कि अग्रवाल इलेक्ट्रॉनिक्स, पंजाब साइकिल, मंगल स्टोर और परम अपेरल, श्री कम्प्यूटर्स के निर्माण अतिक्रमण की श्रेणी में है अथवा नहीं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी रणवीर कुमार भी भ्रमित करने वाले बयान दे रहे हैं।
इसलिए प्रशासन की कल परीक्षा की घड़ी है कि वह प्रभाव को नजरअंदाज कर इन्हें भी कार्रवाई की जद में ले पाता है अथवा नहीं। लेकिन सच्चाई यह है कि फिलहाल तो शक के बादल गहरा ही रहे हैं।