किशोरी बालिकाओं को सेफ्टी नेपकीन के उपयोग हेतु समझाईश दे

शिवपुरी। ग्रामीण क्षेत्रों में महावारी स्वच्छता प्रबंधन को बढ़ावा देने और किशोरी बालिकाओं को से टी नेपकीन के उपयोग के लिए जागरूकता लाने एवं किशोरी बालिकाओं का बेहतर स्वास्थ्य रहे इसके लिए ग्रामोदय से भारत उदय अभियान के तहत आज अंतर्राष्ट्रीय महावारी स्वच्छता दिवस पर जिला स्तरीय प्रशिक्षण स पन्न हुआ।

जिला मु यालय पर स्थित एक निजी होटल में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम को महिला एवं बाल विकास की जिला कार्यक्रम अधिकारी कु.ममता चतुर्वेदी ने विभाग की सुपरवाईजरों को संबोधित करते हुए कहा कि हमें स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से जनजागरूकता कार्यक्रमों के माध्यमों से किशोरी बालिकाओं को से टी नेपकीन के महत्व एवं उपयोगिता के बारे में जानकारी देने के साथ-साथ इसके उपयोग के लिए जागरूक करना होगा। 

उन्होंने बताया कि उदिता कॉर्नर के माध्यम से किशोरी बालिकाओं को से टी नेपकीन प्राथमिकता के आधार पर दें। इन केन्द्रों पर किशोरी बालिकाओं के साथ-साथ उनकी माताओं को भी से टी नेपकीन के बारे में जानकारी दें। कु.ममता चतुर्वेदी ने बताया कि आंगनवाड़ी केन्द्रों पर माह के चौथे मंगलवार को मंगल दिवस पर ही किशोरी बालिकाओं को से टी नेपकीन दी जाती है। 

इस अवसर पर मु य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.व्ही.के.खरे ने कहा कि महिला बाल विकास की कार्यकर्ताए स्वास्थ्य कार्यक्रमों को महिलाओं तक पहुंचाने में अह्म भूमिका अदा करती है। 

उन्होंने कहा कि आंगनवाड़ी एवं आशा कार्यकताए महिलाओं को स्तनपान के महत्व को बताए और संस्थागत प्रसव हेतु गर्भवती माताओं को प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि स्नेह शिविरों के माध्यम से जिले में बच्चों के कुपोषण में काफी कमी आई है। इस दौरान वक्ताओं ने किशोरी बालिकाओं में एनीमिया की कमी को दूर करने हेतु हरी सब्जियों एवं फलों का सेवन करने की सलाह दी।