परवरिश अभियान शुरू: अनाथ बच्चों से मिले कलेक्टर अंकल, फोटो सेशन भी कराया

शिवपुरी। जिला प्रशासन द्वारा ऐसे बच्चे जिनके माता-पिता नहीं है, उनकी देखरेख एवं परवरिश उनके नजदीक के नाते रिश्तेदार कर रहे है, लेकिन इन बच्चों की रहन-सहन एवं शैक्षणिक स्तर और बेहतर हो इसके लिए जिला प्रशासन ने पहल कर परवरिश अभियान शुरू किया है। 

इस अभियान के तहत बच्चे एवं उनके नाते-रिश्तेदार जो देखरेख एवं पालन पोषण कर रहे है, उनके संयुक्त खाते में 500 रूपए की प्रतिमाह आर्थिक सहायता जमा कराई जाएगी। जिससे इन बच्चों का भविष्य बेहतर बन सके।

कलेक्टर  राजीव दुबे ने बताया कि जिले में ऐसे बालक जिनकी आयु 14 वर्ष तक है एवं बालिका, जिनकी आयु 18 वर्ष तक है, लेकिन इनके माता-पिता का सिर से साया उठ गया है। इन बच्चों की देखरेख एवं पालन-पोषण इनके नाते एवं रिश्तेदार कर रहे है, फिर भी इन बच्चों की शिक्षा एवं रहन-सहन में सुधार हो, इसके लिए प्रत्येक बच्चे को 500 रूपए प्रति माह के मान से उनके संयुक्त खाते में राशि जमा कराई जाएगी। इसके लिए बच्चे एवं संबंधित रिश्तेदार जो देखरेख कर रहा है, का संयुक्त खाता खुलवाया जाएगा। 

कलेक्टर  राजीव दुबे की पहल पर महिला बाल विकास के सशक्तिकरण अधिकारी एवं चाईल्ड हेल्प लाईन के सहयोग से आज ऐसे लगभग 400 बच्चों ने कलेक्टर श्री राजीव दुबे से भेंट कर फोटोसेशन कराया इस दौरान अपर कलेक्टर श्रीमती नीतू माथुर, अनुविभागीय दण्डाधिकारी  रूपेश उपाध्याय, जिला महिला शक्तिकरण अधिकारी  ओ.पी.पाण्डे, सामाजिक न्याय के उपसंचालक एन.एस.नरवरिया सहित चाईल्ड हेल्पलाईन के सदस्यगण, बच्चे एवं उनके रिश्तेदार साथ थे। 

कलेक्टर राजीव दुबे ने कहा कि बच्चों के सिर से बचपन में ही मां-बाप का साया उठना बड़े ही दु:ख की बात है, लेकिन इस दु:ख की घड़ी में नाते रिश्तेदारों द्वारा बच्चों की देखरेख एवं पालन-पोषण करना एक पुण्य का काम है। जिला प्रशासन ने पहल कर इन बच्चो की देखरेख एवं परवरिश ठीक ढंग से हो और बच्चे आगे जाकर रोजगारमुखी व्यवसाय से जुड़े इसके लिए इन बच्चो को प्रतिमाह 500 रूपए की राशि संयुक्त खाते में जमा कराई जाएगी। 

इसके साथ ही 31 मई को मंगलम भवन में इन बच्चों का चिकित्सकों द्वारा स्वास्थ्य परीक्षण कर आधारकार्ड बनाए जाकर एवं बैंक खाते भी खोले जाएगें। तीन माह के अंदर बच्चो एवं उनकी देखरेख कर रहे रिश्तेदारों से चर्चा कर स्थिति की जानकारी भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य में चाईल्ड हेल्प लाईन के सदस्यों के माध्यम से इन बच्चों को शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलाने का प्रयास किया जाएगा।

श्री नरवरिया ने बताया कि 15 जून तक प्रत्येक विकासखण्ड में सर्वे कर ऐसे बच्चो को चिन्हिंत किया जाएगा। जिससे उन्हें इस अभिनव कार्यक्रम के तहत लाभांवित किया जा सके। शुरू में जिला महिला सशक्तिकरण अधिकार श्री ओ.पी.पाण्डे ने बताया कि इन अभियान के तहत शुरू में अभी शहर के 400 बच्चों को चिन्हित किया गया है। धीरे-धीरे जिले के ग्रामीण अंचलों से भी बच्चों को चिन्हित कर उन्हें लाभांवित किया जाएगा।