
जानकारी के अनुसार जिले मे निजी स्कूल जो सीबीएसई मान्यता प्राप्त है। उनमें हाईकोर्ट के आदेश अनुसार एनसीआरईटी प्रकाशन की पुस्तको को ही पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए परन्तु निजी स्कूल संचालक अपनी मनमानी पर उतारू है और प्राईवेट प्रकाशकों की पुस्तकों अपने पाठ्यक्रम में शामिल कर रखा है। इससे हाईकोर्ट के आदेश भी सिसक रहा है और पालकों की जेबो के साथ-साथ नन्है-मुन्है के बैगो का बोझ भी बढ रहा है।
और इसके साथ ही पालकों को चिन्हित दुकानों से ही पाठ्यक्रम और अन्य सामग्री खरीदने हेतु विवश किया जा रहा है। जिसको लेकर पालकों में भारी रोष की स्थिति बन रही है। इससे पूर्व भी पालक संघ जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप चुके हैं।
आज पालक संघ ने इस मुद्दे पर निजी स्कूलों की इस मनमानी के खिलाफ आवाज उठाई और पालक संघ की एक अहम बैठक वीर सावरकर पार्क में आयोजित की, जिसमें पालक संघ के अध्यक्ष सतेन्द्र श्रीवास्तव, छत्रपाल सिंह गुर्जर, बाल कल्याण समिति अध्यक्ष जिनेन्द्र जैन, नीरज श्रीवास्तव, एनएसयूआई पूर्व अध्यक्ष राजीव शर्मा, अमित श्रीवास्तव, जितेन्द्र पाण्डें गिर्राज बंसल आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
पालकों का कहना था कि शासन के स्पष्ट नियम हैं विद्यालयों में एनसीआरटी की पुस्तकों से ही पढ़ाया जाए मगर इस नियम की अनदेखी शिवपुरी जिले में पिछले कई वर्षोँ से होती चली आ रही। इस सबंध में माननीय हाईकोर्ट पर भी अपने दिशा निर्देश जारी कर चुका है मगर निजी स्कूलों की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रही और प्रशासन कोई कार्यवाही इनके विरुद्घ नहीं कर रहा।
निजी स्कूल कमीशनखोरी के चलते पालकों पर अनुचित दबाव कारित कर रहे हैं, उन्हें रोका जाए। बैठक समाप्त होने के बाद पालक संघ ने एक बाइक रैली निकालते हुए चिन्हित स्टेशनरी स्टोर के सामने नारेबाजी करते हुए कलेक्टर बंगले का भी घेराव कर डाला।
पालको मे रोष को देखते हुए किसी अप्रिय घटना के घटित न होने के डर से मौके पर पुलिस अमला पहुॅच गया। पालक संघ द्वारा कलेक्टर निवास का घेराव की सूचना जब पुलिस को लगी तो बड़ी संख्या में पुलिस बल कोतवाली टीआई के साथ कलेक्टर बंगले पर जा पहुंचा मोके पर डिप्टी कलेक्टर बीके प्रसाद पहुचें और आक्रोशित पालकों से बातचीत की और कल इस मुद्दे पर कलेक्टर ऑफिस पर बातचीत के लिए संघ को आमंत्रित किया है।