सफाईकर्मी दो-फाड़: आधे हडताल पर तो आधे काम पर

शिवपुरी। नगर पालिका के सफाई कर्मियों की 14 दिन से चली आ रही हड़ताल आंशिक रूप से ही टूटी है। हड़ताल कर रहे लगभग 50 प्रतिशत आंदोलनकारी ही काम पर वापस लौटे हैं जबकि शेष 50 प्रतिशत हड़ताली कर्मचारियों की हड़ताल अनवरत रूप से जारी है। 

बताया जाता है कि हड़ताली कर्मचारी दो गुटों में बट गए हैं। एक गुट का नेतृत्व सफाई दरोगा सुनील कोड़े के हाथ में है। जिसने अपने समर्थक सफाई कर्मचारियों को हड़ताल समाप्त करने पर सहमत कर लिया। श्री कोड़े का कहना है कि सफाई कर्मचारियों की वेतन संबंधी मांग पूर्ण होने पर हड़ताल समाप्त की गई है। 

जबकि दूसरे गुट का नेतृत्व कमल किशोर कोड़े के हाथ में है। कमल किशोर ने पत्रकारों को बताया कि हड़ताल जारी है और यह कहना गलत है कि सफाई कर्मचारियों की हड़ताल टूट गर्ई है। 

कल नगर पालिका अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के निवास स्थान पर एक महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई जिसमें नपा उपाध्यक्ष अन्नी शर्मा के अलावा प्रभारी सीएमओ गोविन्द भार्गव, श्यामलाल कोड़े अध्यक्ष भारतीय सफाई मजदूर कांग्रेस, नंदकुमार लाहौरी, मुन्नालाल खरे, मोहन कोड़े आदि उपस्थित थे। 

इस बैठक में निर्णय लिया गया कि अस्थाई रूप से पदस्थ सफाई कर्मचारी जिनका वेतन एक हजार रूपए प्रति माह था उसे बढ़ाकर 3119 रूपए किया जाए। जिनका वेतन 4900 रूपए प्रतिमाह है उनका वेतन 5500 रूपए कर दिया गया है तथा 5400 रूपए मासिक वेतन वाले सफाई कर्मचारियों का वेतन बढ़ाकर 6 हजार रूपए प्रतिमाह करने का निर्णय लिया। 

इस निर्णय पर सफाई कर्मियों ने सहमति व्यक्त की और तय किया गया कि आज से हड़ताल समाप्त हो गई है तथा सफाई कर्मचारी आज से ही काम पर वापस आ जाएंगे। इस निर्णय के पालन में अध्यक्ष मुन्नालाल कुशवाह के साथ सफाई कर्मचारी नगर की सफाई करने के लिए पहुंच भी गए। 

लेकिन दूसरे गुट ने इसका विरोध किया और उनका कहना था कि सफाई कर्मचारियों की जो 15 सूत्रीय मांग है उनको पूरा नहीं किया गया है। वहीं इस गुट को यह भी आपत्ति थी कि हड़ताल नपाध्यक्ष के निवास स्थान पर क्यों समाप्त की गई। 

जबकि सफाई कर्मचारियों की गरिमा और स्वाभिमान के लिए नगरपालिका अधिकारियों को धरना स्थल माधव चौक पर आना चाहिये था। इस गुट की यह भी आपत्ति थी कि अस्पताल के कर्मचारी जुगल किशोर कोड़े का हड़ताल के कारण निल बन समाप्त नहीं किया गया। 

इसके बाद कमल किशोर ने हड़ताल जारी रखने की घोषणा की। बताया जाता है कि आज लगभग 50 प्रतिशत सफाई कर्मचारी काम पर लौट आये हैं, लेकिन शेष अभी भी हड़ताल पर डटे हुए हैं।