
बाणगंगा में 9 कुंड हैं जो दृश्यमान हैं, शेष कुंड अदृश्य हो चुके हैं ये कुंड छतरी, गोरखनाथ तथा सिद्घेश्वर में फैले हुए है।
स्कूल के बच्चों ने गोरखनाथ, चिंताहरण तथा सिद्घेश्वर जाकर इन कुंडों की जानकारी ली तब पता चला कि सिद्घेश्वर कुण्ड की हालत बहुत ही जर्जर है गोरखनाथ कुंड पर प्रशासन द्वारा कार्य किया गया है प्रशासन के सहयोग से इस कुंड को पुन: जीवित कर दिया गया है।
हैप्पीडेज स्कूल के बच्चे इन सभी विलुप्त कुंडों की जानकारी एकत्र करेंगे, जिसका उद्देश्य अपने शहरवासियों को अपनी विरासत का स मान तथा बचाव के उपाय के बारे में बताना है।
एसडीएम शिवपुरी ने हमारे प्रोजेक्ट को बहुत सराहा तथा आश्वासन दिया कि प्रशासन हैप्पीडेज स्कूल के साथ है उन्होंने स्कूल को सिद्घेश्वर मंदिर परिसर में स्थित कुंड पर कार्य करने की सलाह दी।
इस प्रोजेक्ट को करने के लिए हमारे बधो शहर के गणमान्य लोगों से मिलकर तथ्यों को इकट्ठा करेंगे तथा शहर में रैली निकालकर लोगों से अनुरोध करेंगे कि वे अपनी धरोहर को संजोकर रखें यह हमारी अपनी विरासत है जिसकी रक्षा करना उनका परम कर्तव्य है उपाध्याय ने कहा हैप्पीडेज स्कूल द्वारा लिया गया प्रोजक्ट सराहनीय है।