बलारी माता के मेले को लेकर कलेक्टर की वनविभाग से ठनी

भोपाल। शिवपुरी के माधव राष्ट्रीय पार्क में नवरात्रि में बलारी माता मेला लगने को लेकर फील्ड डायरेक्टर शशि मलिक और कलेक्टर राजीव दुबे आमने-सामने आ गए हैं। आईएफएस अफसर ने पार्क में अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगा दी है जबकि जिला प्रशासन ने आस्था और धार्मिक भावना को देखते हुए पार्क में प्रवेश के लिए दबाव बनाया है। मामला शासन स्तर पर पहुंच गया है जिस पर एक-दो दिन में कोई निर्णय लिया जा सकता है। 

माधव राष्ट्रीय उद्यान को स्थापित करने के लिए वर्ष 2001 में बलारपुर गांव को विस्थापित किया गया था पर, यहां मौजूद माता के मंदिर को विस्थापित नहीं किया गया। यहां हर साल नवरात्रि में मेला भरता है। बताया जाता है कि मंदिर का पुजारी कुख्यात डकैत रहे रामबाबू गड़रिया का नजदीकी रिश्तेदार है। पुजारी पार्क क्षेत्र में करीब 800 गायों का पालन कर रहा है तथा सरकार से अनुदान राशि भी ली जा रही है।

नोटिस देने से मचा बवाल
पुजारी की गतिविधियों को देखते हुए फील्ड डायरेक्टर ने गौशाला हटाने और अन्य सभी धंधे बंद करने नोटिस दे दिया। इसके विरोध में ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया। एफडी नहीं माने और इस वर्ष चैत नवरात्रि पर लगने वाले मेले में प्रवेश पर रोक लगा दी। जबकि कलेक्टर राजीव दुबे ने मेले में प्रवेश देने और मंदिर में पूजा करने का आश्वासन इस शर्त के साथ दे दिया है कि पार्क में भंडारा नहीं होंगे और भोजन बाहर से ले जाना होगा।

मैं अपनी ड्यूटी कर रहा हूं
पार्क में अनाधिकृत प्रवेश पर रोक लगाई है। धार्मिक और अस्था को लेकर कभी विरोध नहीं किया है। पर्यावरण और प्रकृति को बचाना मेरा दायित्व है। हमें पार्क की सुरक्षा चाहिए। मेरा किसी से कोई विवाद नहीं है।
शशि मलिक, फील्ड डायरेक्टर माधव राष्ट्रीय उद्यान

पार्क की सुरक्षा हम करेंगे
उद्यान के अंदर मौजूद मंदिर परिसर में मेला वर्षों से लग रहा है। इस बार भी लगेगा। लोगों के प्रवेश पर रोक नहीं लगाई जा सकती है। वन्यप्राणियों और पार्क की सुरक्षा जिला प्रशासन करेगा। मामले में पूरी सतर्कता वरती जा रही है।
राजीव दुबे, कलेक्टर शाजापुर