
वहीं छात्रावास अधीक्षिका ने छात्रा द्वारा लगाये गए आरोपों को निराधार बताया। इस मामले की जांच करने एसडीएम संजीव जैन ने बीआरसी को भेजा। बीआरसी ने अपनी रिपोर्ट में पिटाई की घटना को गलत बताया है और रिपोर्ट दी हैं कि छात्रा को डांटा अवश्य गया था। एसडीएम जैन ने अधीक्षिका को बुलाकर उसे समझाईश दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आज सुबह 9 बजे छात्रावास में रहने वाली छात्रा खुशबू जाटव बाथरूम से नहा कर निकली थी। जहां छात्रा ने बाथरूम का नल बंद नहीं किया। जब यह जानकारी छात्रावास अधीक्षिक लता कटारे को लगी तो उन्होंने छात्रा को बुलाया आरोप है कि अधीक्षिका ने छात्रा को बाईपर से पीटा।
जिसकी शिकायत पीडि़त छात्रा ने एसडीएम कार्यालय पहुंचकर की। बाद में एसडीएम द्वारा जांच टीम छात्रावास पहुंचाई तो छात्रावास की किसी भी छात्रा ने उक्त घटना के बारे में कोई जानकारी नहीं दी।
छात्रा के साथ मारपीट नहीं हुई:एसडीएम जैन
एसडीएम संजीव जैन ने बताया कि उनके पास छात्रा को पीटे जाने की शिकायत आई थी। इस पर उन्होंने बीआरसी को जांच हेतु वहां भेजा। बीआरसी ने अपनी रिपोर्ट में बताया कि खुशबू जाटव को अधीक्षिका ने पीटा नहीं था।
उसे नल बंद न करने पर डांटा गया था। उनके अनुसार उक्त छात्रा नई है और हाल ही में उसका प्रवेश हुआ है। इस कारण वह छात्रावास में न रहकर घर जाना चाहती है। इसलिए गलत बयानी कर रही है।
इनका कहना है
छात्रावास अधीक्षिका लता कटारे से फोन पर चर्चा की गई तो उनका कहना था कि छात्रा का नया एडमिशन है और वह कई बार छात्रावास बिना बताये भाग चुकी है।
जिसको लेकर छात्रा की माँ को नोटिस भी जारी किया गया है। आज जब उसके माता पिता छात्रावास पहुंचे तो छात्रा घर जाने के लिए झूठ का सहारा लेकर मुझ पर मारपीट करने का आरोप लगा रही है, जो गलत है।