
कल पिछोर में लोधी समाज ने विधायक केपी सिंह, उनके गनर दीपक तोमर और समर्थकों पर आपराधिक मामला कायम करने हेतु थाने का घेराब किया था और एसडीओपी रघुवंशी को ज्ञापन देकर अल्टीमेटम दिया था कि यदि बुधवार तक विधायक और उनके समर्थकों पर मामला कायम नहीं हुआ तो वे आंदोलन उग्र कर देंगे।
लोधी समाज के दवाब का आंशिक प्रभाव पुलिस प्रशासन पर पड़ा है और आज विधायक केपी सिंह के गनर दीपक तोमर और दो समर्थक रवि चौहान और अंशुमन चौहान के विरूद्ध भादवि की धारा 336, 294, 323, 327, 506, 34 का प्रकरण पंजीबद्ध कर लिया गया है, लेकिन विधायक केपी सिंह पर कोई कायमी नहीं की गई है।
विदित हो कि पूर्व जिला पंचायत सदस्य राकेश लोधी की पिटाई के मामले में पुलिस ने केपी सिंह के गनर की रिपोर्ट पर राकेश लोधी और उनके एक अन्य सहयोगी संजू यादव पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाने का मामला दर्ज किया था।
कल लोधी समाज के सभी दलों से जुड़े लोगों जिनमें भाजपा जिला उपाध्यक्ष नवप्रभा पडऱया और जनपद पंचायत पिछोर के अध्यक्ष लोकपाल सिंह लोधी भी शामिल थे, ने विधायक केपी सिंह उनके गनर और उनके समर्थकों पर मामला कायम करने के लिए थाने का घेराब किया था।
जहां लोधी समाज के लोगों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि पुलिस प्रशासन विधायक के संरक्षण का काम कर रहा है। आंदोलनकारियों के साथ राकेश लोधी भी थे।
इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष लोकपाल लोधी ने आरोप लगाया कि पिछोर विधायक केपी सिंह की शह पर राकेश लोधी पर हमला हुआ। उन पर आपराधिक प्रकरण कायम होना चाहिये था, लेकिन पुलिस ने उल्टे निर्ममता पूर्वक पिटे हुए राकेश लोधी पर ही मामला कायम कर लिया और पुलिस विधायक को बचाने का कार्य कर रही है।
लोधी सजा के धरना प्रदर्शन में लोकपाल लोधी, नवप्रभा पडऱया के अलावा भाजपा मंडल महामंत्री सुनील लोधी, जिला पंचायत सदस्य बृजमोहन लोधी, हल्केराम लोधी, लोधी समाज के जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह लोधी, रामस्वरूप लोधी, रामेश्वर दयाल लोधी, बृखभान सिंह लोधी, प्रीतम सिंह लोधी के पुत्र दिनेश लोधी के साथ सैकड़ों की सं या में लोधी समाज के लोग उपस्थित थे।
लोधी समाज की जिद्द थी कि विधायक के विरूद्ध प्रकरण कायम होना चाहिये, लेकिन पिछोर के प्रभारी एसडीओपी चन्द्रभान सिंह रघुवंशी विधायक को छोड़कर उनके गनर और समर्थकों पर प्रकरण कायम करने के लिए तैयार थे। जिस पर लोधी समाज सहमत नहीं हुआ।
उसी समय पुलिस ने राकेश लोधी से आवेदन लिया और आश्वासन दिया कि उनके साथ घटना कारित करने वाले लोगों को व शा नहीं जाएगा।