
प्राप्त जानकारी के अनुसार बैराड़ पुलिस द्वारा एक चोर को पकड़ा गया था। जिसकी पुलिस द्वारा पट्टों से पिटाई की जा रही थी और उसे मुर्गा भी बनाया गया था। जब यह घटना नगरपंचायत उपाध्यक्ष हर्षवर्धन व्यास के भाई राघव व्यास ने देखी तो उन्होंने अपने मोबाईल से वीडियो बनाना शुरू कर दी।
जिसे थानेे में पदस्थ आरक्षक दीपचंद ने देख लिया और राघव के पास आकर उसका मोबाईल छीन कर उसकी गलेबान पकड़कर उसे वह बैराड़ टीआई धर्मेन्द्र यादव के पास ले गया जहां एएसआई रामअवतार यादव और टीआई ने राघव की पिटाई लगा दी और मोबाईल में मौजूद वीडियो को हटा दिया।
जब यह जानकारी राघव के भाई हर्षवर्धन व्यास को लगी तो वह अपने समर्थकों के साथ थाने पहुंचकर वहां घेराव कर दिया। बाद में पुलिस ने भीड़ को वहां से हटाया जिससे नाराज लोग दोषी पुलिसकर्मियों की शिकायत लेकर एसपी कार्यालय पहुंचे और एसपी को लिखित शिकायत देकर दोषियों पर कार्यवाही करने की मांग की।
इनका कहना है
थाने में पुलिस द्वारा पकड़े गए एक आरोपी की निर्ममता पूर्वक मारपीट की जा रही थी जो मुझसे देखी नहीं गई और मैने अपने मोबाईल से वीडियो बनाना शुरू कर दी। इसी बीच आरक्षक दीपचंद ने मुझ से मोबाईल छीन कर मेरी गलेबान पकड़ते हुए थाने में अंदर ले गया जहां टीआई और एसआई रामअवतार यादव ने मेरी मारपीट कर दी, जिससे मुझे चोटें आई है।
राघव व्यास पीडि़त युवक
इनक कहना है
पुलिस ने चोर अवश्य पकड़ा था, जिससे पूछताछ की जा रही है, मैं किसी राघव व्यास को नहीं जानता और न ही मैने और मेरे स्टाफ ने उसकी मारपीट की है। यहां तक कि घेराब की बात है तो थाने का कोई घेराब नहीं हुआ।
धर्मेन्द्र यादव टीआई बैराड़