
व्यापारियों ने बताया कि दो दिन पहले उन्होंने काले कानून की शवयात्रा निकालकर उसका अंतिम संस्कार किया था और आज उठावनी कर संदेश दिया कि सर्राफा व्यापारी इस कानून को बिलकुल सहन नहीं करेंगे और उनकी अनिश्चितकालीन हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक केन्द्र सरकार एक्साइज ड्यूटी खत्म करने की घोषणा नहीं कर देती। खास बात यह रही कि सर्राफा व्यवसायियों के आंदोलन के क्रम में की गई शवयात्रा में अन्य व्यापारी भी बड़ी सं या में शामिल रहे। उठावनी का कार्यक्रम निर्धारित समयानुसार शाम चार बजे सदर बाजार में प्रारंभ हुआ और इसके बाद व्यापारियों ने माधवचौक स्थित हनुमान मंदिर की ओर कूच किया जहां उन्होंने पुजारी से चरणामृत ग्रहण कर उठावनी की औपचारिकताएं पूर्ण कीं।