
इसके बाद आरोपियों ने आरक्षक का गला रेत कर उसे सतनवाड़ा में मरणासन्न हालत में छोड़ दिया। आज सुबह आठ बजे 108 ए बूलेंस की सहायता से आरक्षक संतोष भार्गव को इलाज के लिए जिला अस्पताल लाया गया जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
श्री भार्गव ने अपने मृत्यु पूर्व बयान में बताया है कि विनोद कुशवाह और उसका साथी उसे प्लॉट दिखाने ले जा रहे थे। रास्ते में गुना वायपास पर उन्होंने मुझे माजा पीने को दिया इसके बाद मैं बेहोश हो गया और मुझे कुछ भी याद नहीं है।
पुलिस ने आरक्षक भार्गव के बयान के बाद आरोपी विनोद कुशवाह, भावना उर्फ सोनू तथा एक अन्य आरोपी के विरूद्ध भादवि की धारा 307 के तहत हत्या प्रयास का मामला कायम कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार आरक्षक संतोष भार्गव होमगार्ड सैनिक था और पिछले वर्ष उसने सतना में हुई आरक्षक भर्ती परीक्षा में भाग लिया था तथा वह चुन लिया गया था। इसके बाद उसे ग्वालियर के तिघरा में स्थित प्रशिक्षण केन्द्र में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया था।
शिवपुरी में संतोष भार्गव करोंदी में निवास करता है। उसका विवाह 9 वर्ष पूर्व भावना उर्फ सोनू से हुआ, लेकिन पत्नि से उसकी नहीं पटी तथा उसकी पत्नि कमलागंज में उससे अलग रहने लगी। आरक्षक संतोष भार्गव का कहना है कि उसकी पत्नि का फोन उसके पास ग्वालियर में आया था और उसने कहा था कि नया प्लॉट लेना है अत: प्लॉट देखने शिवपुरी आ जाओ।
पत्नि ने यह भी धमकी दी थी कि यदि तुम नहीं आये तो तु हारे विरूद्ध मैं दहेज एक्ट का प्रकरण कायम करा दूंगी। इसके बाद आरक्षक संतोष भार्गव 12 मार्च रविवार को शिवपुरी आ गया। दोपहर में वह कमलागंज में अपनी पत्नि से मिलने के लिए गया तो उसकी पत्नि भावना ने उससे कहा कि शाम को विनोद कुशवाह के साथ बड़ौदी में प्लॉट देखने के लिए जाना है।
इस पर संतोष भार्गव तैयार हो गया और फिर करौंदी लौट गया। शाम को वह कमलागंज पहुंचा तो उसकी पत्नि के मकान में विनोद कुशवाह तथा एक अन्य आरोपी भी था। पत्नि ने संतोष भार्गव से कहा कि विनोद तु हें प्लॉट दिखा देगा। इसके बाद तीनों प्लॉट देखने चले गए। बकौल संतोष, बायपास पर मुझे माजा पीने को दिया इसके बाद मुझे कोई होश नहीं रहा।
बहिन ने लगाया अपनी भाभी पर आरोप
शिवपुरी। इस मामले में आरक्षक संतोष भार्गव की बहिन उमा शर्मा ने आरोप लगाया कि उसके भाई की हत्या करने की कोशिश उसकी भाभी भावना और उसके प्रेमी विनोद कुशवाह ने की है।
आरोपियों ने प्लॉट दिखाने के बहाने उसे नशीला पेय पदार्थ पिलाया और गला रेत कर उसे सतनवाड़ा में फैंक दिया। उमा शर्मा का कहना है कि रात में जब काफी देर तक उसका भाई संतोष नहीं लौटा तो उसने उसके मोबाईल पर फोन लगाया। मोबाईल फोन भाभी भावना ने उठाया और बताया कि संतोष प्लॉट देखने गए हैं तथा रात में यहीं रूकेंगे।
इनका कहना है
आरक्षक संतोष भार्गव पर जानलेवा हमले के मामले में आरोपी विनोद कुशवाह, भावना उर्फ सोनू तथा एक अन्य अज्ञात आरोपी पर भादवि की धारा 307 के तहत हत्या प्रयास का मामला दर्ज कर लिया गया है।
जीडी शर्मा
एसडीओपी शिवपुरी