
इसी दौरान जब गिट्टी का परिवहन कर रहे एक डंपर क्रमांक एमपी 33 एच 1295 की रायल्टी चैक की और माचिस की तीली जलाकर जब रायल्टी के कागज पर लिखी गई लिखावट को उसकी आंच दिखाई तो कागज पर लिखी लिखावट साफ हो गई और वह कोरा हो गया।
यह देख एसडीएम दंग रह गए की माफिया लोग किस हद जक अपने कारोबार को करने के लिए तकनीक का उपयोग कर रहे हैं।
भ्रमण पर निकले करैरा एसडीएम संजीव जैन व तहसीलदार यूसी मेहरा की संयुक्त कार्रवाई में खनिज का अवैध परिवहन करते तीन डंपरों को जब्त किया। जिसमें दो डंपरों में गिट्टी भरी थी तथा एक में रेत भरी थी। सबसे पहले डंपर क्रमांक एमपी 33 जी 1318 करैरा के पास मिला जिसमें गिट्टी भरी थी। जब इससे दस्तावेज चाहे तो इसने जो रायल्टी दिखाई उस की तारीख में ओवर राइटिंग की गई थी जिसे जब्त कर करैरा थाने के सुपुर्द कर दिया।