
प्राप्त जानकारी के अनुसार दिवंगत वीरेन्द्र कुमार जैन (दादा)न्यूब्लॉक निवासी थे। कल शाम तक वह पूरी तरह स्वस्थ थे। लेकिन अचानक उनका रक्तचाप बढ़ा और परिवारजनों ने उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां डॉ. बंसल ने उनका परीक्षण कर उन्हें ग्वालियर रैफर कर दिया था, लेकिन ग्वालियर में बिरला अस्पताल पहुंचने के पूर्व ही उनका हृदयाघात से निधन हो गया।
श्री जैन के निधन से शहर में शोकाकुल बातावरण व्याप्त हो गया। वह बहुत मृदु भाषी, सरल और सहज इंसान थे। उनके अंतिम संस्कार में आज शहर के अनेक व्यक्तियों ने भाग लेकर उन्हें अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है।
शिवपुरी अस्पताल में इलाज मिल जाता तो बच सकती थी वीरेन्द्र जैन की जान
ग्वालियर रैफर करने के स्थान पर यदि शिवपुरी जिला अस्पताल के डॉक्टर वीरेन्द्र कुमार जैन का वहीं रखकर ईलाज करते तो उनकी जान बच सकती थी। श्री जैन को रक्तचाप बढऩे पर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उस समय तक उनकी हालत सामान्य थी।
उनका रक्तचाप 157 और 110 था। अस्पताल के डॉक्टरों को शिवपुरी में पहले उनके रक्तचाप को नियंत्रित करना था, लेकिन इसके स्थान पर उन्हें ग्वालियर रैफर कर दिया गया। समय पर इलाज न मिलने के कारण ग्वालियर पहुंचने के पूर्व ही श्री जैन को तेज हृदयघात हुआ और उनकी मौत हो गई। इस उदाहरण से जिला अस्पताल की संवेदनहीनता का एक और मामला प्रकाश में आ गया है।