
पठानकोट में हुए आतंकी हमले के बाद आईटीबीपी कैंपस के पास से पकडेें गए तीनों संदिग्ध युवकों की अलीगढ पुलिस से पुष्टि होने के बाद पुलिस ने राहत की सांस ली है।
फिलहाल पुलिस का कहना है कि अभी संदिग्ध युवकों को रिहा नहीं किया और वह आईटीबीपी के आला अफसरों से बैठक कर किसी नतीजे पर पहुंचेंगें। छ
आईटीबीपी कैंपस के पास से पकडे गए संदिग्ध युवकों की पहचान हसन मोह मद पुत्र सुवराती,25 वर्ष, सलीम पुत्र अलीशेख,25 वर्ष व इसराज पुत्र अलीजान,28 वर्ष निवासी थाना देहली गेट अलीगढ उत्तर प्रदेश के रूप में हुई उनका कहना था कि वह फेरी लगाकर पशु आहार बेचते ह।
यहां वह शौच के लिए आए थे, तभी उन्हें आईटीबीपी जवानों ने पकडकर पुलिस के सुपुर्द कर दिया पुलिस ने संदिग्धों के साथ उनके साथी असलम, शब्बीर, फिरोज, फईमउद्घीन, चमन, अजरुद्घीन, अकबर अली, इकबाल, मोह मद हनीफ, आदिलए शानू, नवीशेख को भी पूछताछ के लिए थाने में बैठा लिया है।
पुलिस ने कहा कि यह सभी युवक करैरा से पहले श्योपुर में पशु आहार बेचने पहुंचे थे यहां वह 6 दिन ठहरे थे इसके बाद वह करैरा में पशु आहार बेचने शनिवार शाम आए थे।
इनका कहना है
पकडे गए युवकों के संबंध में विस्तार से छानबीन की गई अलीगढ के रहने वाले हैं और पशु आहार विक्रय करते हैं आपराधिक रिकॉर्ड भी नहीं हैं अलीगढ पुलिस ने पुष्टि की है आईटीबीपी करैरा ने इन्हें सुपुर्द किया था बैठक के बाद रिहा करने का निर्णय लिया जाएग
चंद्रभानसिंह रघुवंशी, एसडीओपी, करैरा