
जानकारी के अनुसार अस्पताल में प्रियंका पत्नी तुलसीराम जाटव निवासी चनावनी व प्रियंका पत्नी धीरज गर्ग निवासी श्रीराम कॉलोनी को एक साथ सीजर रूम में ले जाया गया।
पहले सीजर प्रियंका जाटव का हुआ और उसने एक बेटी को जन्म दिया, लेकिन डॉक्टर डॉ. बृजेश मंगल ने उक्त नवजात बेटी को प्रियंका गर्ग के पर्चे पर चढा दिया, जिसके चलते नर्स उक्त नवजात बेटी को ऑपरेशन थियेटर के बाहर खडे प्रियंका गर्ग के परिजनों को सौंप गईं।
करीब 10 मिनट बाद नर्स पुन: बाहर आई और प्रियंका गर्ग के परिजनों से सीजर के दौरान लगने वाले कपडे व अन्य सामग्री मांगी तो वे हतप्रभ रह गए, क्योंकि उन्हें तो पहले ही सीजर होने की जानकारी देकर नवजात बेटी सौंप दी गई थी।
इसके बाद नर्स वापस चली गई और कुछ देर बाद प्रियंका गर्ग का सीजर हुआ और उसने नवजात बेटे को जन्म दिया नर्स जब उसे सौंपने पुन: प्रियंका गर्ग के परिजनों के पास पहुंची तो लापरवाही का पूरा मामला सामने आ गया हालात यह बने कि प्रियंका जाटव का पति इस बात पर अड़ गया कि उसकी पत्नी ने बेटे को जन्म दिया है।
बाद में दोनों के परिजनों को प्रसूताओं के पास ले जाकर पूरा मामला स्पष्ट किया गयाए फि र भी प्रियंका जाटव का पति काफ ी देर तक बच्चा बदलने व उसे लड़के की जगह लड़की सौंपने का आरोप लगाता रहा।
प्रियंका जाटव के पति तुलसीराम जाटव को जब बेटी सौंपी गई तो वह आग बबूला हो उठा और एफ आईआर दर्ज कराने की बात कहने लगा प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक तुलसी को बमुश्किल समझाया गया और अंतत: मामला शांत हुआ।